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राजेश वधारिया बने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उल्हासनगर के जिला अध्यक्ष।


उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठनात्मक मजबूती और क्षेत्रीय नेतृत्व को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राजेश वधारिया को उल्हासनगर जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जारी अधिसूचना में वधारिया की नियुक्ति की पुष्टि की गई है, जिससे क्षेत्र में राजनीतिक हलचल और उत्साह दोनों ही देखे जा रहे हैं।

राजेश वधारिया लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए हैं और पार्टी की नीतियों व सिद्धांतों के प्रति उनकी निष्ठा निर्विवाद रही है। उन्होंने संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं और जनसंपर्क, सामाजिक कार्य एवं पार्टी विस्तार के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है।

उनकी नियुक्ति पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर है। भाजपा नेताओं का मानना है कि वधारिया के नेतृत्व में उल्हासनगर में पार्टी का जनाधार और भी मजबूत होगा और आगामी चुनावों में भाजपा को उल्लेखनीय सफलता मिलेगी।

इस अवसर पर वधारिया ने कहा, “मैं पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। मैं पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ संगठन को मजबूत करने, जनसेवा को प्राथमिकता देने और पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य करता रहूंगा।”

पार्टी सूत्रों के अनुसार, वधारिया की रणनीतिक सोच, सामाजिक जुड़ाव और कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। आने वाले समय में उनके नेतृत्व में उल्हासनगर में भाजपा को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।













IRS अधिकारी समीर वानखेड़े को मिलेगा डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार — मुंबई बनेगा राष्ट्रीय गौरव का साक्षी।


 

मुंबई: दिनेश मीरचंदानी 

देशभर के लिए गर्व का क्षण, जब भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के वरिष्ठ अधिकारी श्री समीर वानखेड़े को डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वानखेड़े को यह पुरस्कार भारत में मादक पदार्थों के नेटवर्क के खिलाफ निर्णायक और साहसिक कार्रवाई के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने कानून व्यवस्था और समाज की सुरक्षा को सुदृढ़ करने में जो योगदान दिया है, वह अतुलनीय और प्रेरणादायक है।

यह राष्ट्र स्तरीय सम्मान समारोह "मुंबई सीज़न-8" के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसकी संकल्पना एवं आयोजन प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सोनिया मेयर्स द्वारा की गई है। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम 30 मई 2025 को मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र, मंत्रालय के पास, शाम 6 बजे आयोजित किया जाएगा।

कार्यक्रम की भव्यता को और अधिक गौरवपूर्ण बनाएंगे महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल श्री सी. पी. राधाकृष्णन, जो मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह में शिरकत करेंगे।

यह मंच शिक्षा, नवाचार, सामाजिक परिवर्तन और नेतृत्व के क्षेत्र में देश को दिशा देने वाले व्यक्तित्वों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने के लिए समर्पित है। इस आयोजन में विविध क्षेत्रों के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारीगण और युवावर्ग बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे।

एपीजेएमसी के सलीम शेख के सहयोग से हो रहा यह आयोजन न केवल एक सम्मान समारोह है, बल्कि यह युवाओं को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करने वाला एक ऐतिहासिक क्षण होगा।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने राष्ट्रनिर्माण, समाज-सुधार और नेतृत्व में अतुलनीय योगदान दिया हो। समीर वानखेड़े की सेवाएं इस दिशा में देश के लिए एक प्रेरणा और मिशन का रूप बन चुकी हैं।

यह आयोजन न केवल मुंबई बल्कि पूरे देश के लिए एक गौरवशाली उपलब्धि का प्रतीक बनकर उभरेगा, जो आने वाली पीढ़ियों को साहस, ईमानदारी और निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा करने का संदेश देगा।












भाजपा नेत्री नवनीत राणा को जान से मारने की धमकी, रात 2 बजे आए 8 से 9 फोन कॉल; पाकिस्तानी नंबरों से मिली धमकी।


अमरावती: दिनेश मीरचंदानी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेत्री और पूर्व सांसद नवनीत राणा को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, नवनीत राणा को बीती रात लगभग 2 बजे के आसपास संदिग्ध कॉल्स आए। ये कॉल्स एक-दो नहीं, बल्कि लगातार 8 से 9 बार किए गए, जिनमें उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।

इतना ही नहीं, उनके पति और विधायक रवि राणा को भी इसी तरह के धमकी भरे फोन कॉल्स प्राप्त हुए। नवनीत राणा के एक करीबी सहयोगी ने जानकारी दी कि ये सभी कॉल्स पाकिस्तान के विभिन्न नंबरों से किए गए थे। कॉल करने वालों की भाषा और लहजे से यह स्पष्ट था कि उनका मकसद डर और तनाव पैदा करना था।

इस घटनाक्रम के बाद राणा दंपत्ति की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है और साइबर सेल द्वारा कॉल्स की ट्रैकिंग की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार से राणा परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है।

इस पूरे मामले को लेकर भाजपा के अंदर भी हलचल मची हुई है। पार्टी सूत्रों ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश करार देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।













नशा मुक्त भारत को नई ऊर्जा: IRS अधिकारी समीर वानखेडे ने अंबरनाथ में भरी हुंकार, नारी शक्ति के योगदान को बताया निर्णायक।


 






अंबरनाथ: दिनेश मीरचंदानी 

नशा मुक्त भारत अभियान को गति देते हुए वरिष्ठ IRS अधिकारी समीर वानखेडे ने अंबरनाथ में एक प्रभावशाली कार्यक्रम में हिस्सा लिया और समाज को नशामुक्त बनाने के लिए मजबूत जनजागृति का संदेश दिया। यह महत्वपूर्ण आयोजन प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. कृष्ण भावले और नगरसेवक श्री सुभाष सालुंखे के संयोजन में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में जनसामान्य, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा शामिल हुए।

कार्यक्रम के दौरान श्री वानखेडे ने अपने संबोधन में कहा, “नशा केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज की नींव को कमजोर करता है। आज जरूरत है ऐसे प्रयासों की जो मानसिक और सामाजिक चेतना को जागृत करें। नशा मुक्ति एक आंदोलन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का अभियान है।”

कार्यक्रम का विशेष आकर्षण ‘नारी शक्ति कार्यक्रम’ रहा, जिसमें महिला सशक्तिकरण की भावना को नए आयाम मिले। इस अवसर पर महाराष्ट्र विधान परिषद की सम्माननीय सदस्य श्रीमती मनीषा कयांडे, अंबरनाथ के लोकप्रिय विधायक डॉ. बालाजी किनीकर तथा शिवसेना कल्याण जिला प्रमुख श्री गोपाल लांडे मंच पर उपस्थित रहे।

इस मंच से बोलते हुए श्री वानखेडे ने कहा, “नारी शक्ति ही परिवर्तन की असली वाहक है। यदि महिलाएं नशा मुक्ति अभियान में अग्रसर होती हैं, तो समाज को एक नई दिशा मिलेगी। माताएं, बहनें और बेटियां यदि नशे के खिलाफ खड़ी हो जाएं, तो यह सामाजिक बुराई खुद समाप्त हो जाएगी।”

कार्यक्रम में युवाओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और नशा मुक्त भारत की शपथ ली। आयोजन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भी सामाजिक संदेशों का प्रभावी संप्रेषण किया गया।

यह आयोजन न केवल अंबरनाथ के लिए बल्कि पूरे महाराष्ट्र में नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल बनकर उभरा है। समीर वानखेडे की सक्रिय भागीदारी ने अभियान को नई ऊर्जा प्रदान की है।



















भाजपा उल्हासनगर व्यापारी प्रकोष्ठ के तरफ से समीर वानखेडे (IRS अधिकारी) का भव्य स्वागत, प्रशासनिक निष्ठा को समाज का सलाम।


 




उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी

उल्हासनगर में 11 मई 2025 के दिन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनते हुए भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के वरिष्ठ अधिकारी समीर वानखेडे का भव्य स्वागत किया। भारतीय जनता पार्टी (उल्हासनगर व्यापारी प्रकोष्ठ) के तत्वावधान में शिवाजी चौक, उल्हासनगर-3 पर आयोजित इस सम्मान समारोह में हजारों की संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।

समारोह की शुरुआत समीर वानखेडे द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। उनकी यह श्रद्धांजलि राष्ट्रभक्ति और मराठा गौरव की भावना को प्रबल कर गई। उपस्थित लोगों ने 'जय शिवाजी' और 'जय भारत' के नारों से समारोह स्थल को देशभक्ति के माहौल से भर दिया।

इस अवसर पर भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों और गणमान्य नागरिकों ने भी समीर वानखेडे के प्रशासनिक योगदान की सराहना की। वक्ताओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनके दृढ़ रुख और निष्पक्ष कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए "आदर्श प्रशासक" की उपाधि दी।

समारोह न केवल एक स्वागत कार्यक्रम था, बल्कि यह प्रशासनिक ईमानदारी और राष्ट्रसेवा को जनसमूह द्वारा दिया गया सामूहिक सम्मान था। कार्यक्रम के अंत में शहरवासियों में एक नई ऊर्जा, प्रेरणा और सामाजिक एकता की भावना देखी गई, जो समीर वानखेडे की निष्ठा का प्रत्यक्ष परिणाम रही।

यह आयोजन उल्हासनगर ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए एक सशक्त संदेश बनकर उभरा— कि सत्य और कर्तव्य के मार्ग पर चलने वाले अधिकारियों को समाज न केवल सम्मान देता है, बल्कि उन्हें आदर्श के रूप में स्थापित भी करता है।




















डॉ. श्रीपाद ढेकणे की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विशेष कार्य अधिकारी (OSD) पद पर नियुक्ति – प्रशासनिक कार्यप्रणाली को मिलेगा नया दृष्टिकोण।


मुंबई: दिनेश मीरचंदानी 


महाराष्ट्र की राजनीतिक और प्रशासनिक दुनिया में एक महत्वपूर्ण विकास सामने आया है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने डॉ. श्रीपाद ढेकणे को अपने विशेष कार्य अधिकारी (OSD) के रूप में नियुक्त किया है। यह निर्णय प्रशासनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिससे राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन और नीति निर्माण को नई दिशा और गति मिलने की संभावना है।

डॉ. श्रीपाद ढेकणे प्रशासनिक क्षेत्र में एक स्थापित नाम हैं। उन्होंने पूर्व में विभिन्न शासकीय योजनाओं के नियोजन, क्रियान्वयन और मूल्यांकन में अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाई है। नीति निर्माण, शासन तंत्र की बारीक समझ और योजनाओं के निष्पादन में उनकी दक्षता उन्हें इस उच्च पद के लिए एक उपयुक्त विकल्प बनाती है।

मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, डॉ. ढेकणे की नियुक्ति से न केवल निर्णय प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि सरकार की प्राथमिकताओं के अनुरूप योजनाओं को प्रभावी ढंग से धरातल पर उतारने में भी मदद मिलेगी। यह कदम मुख्यमंत्री फडणवीस की टीम को और अधिक संगठित, व्यावसायिक और परिणाम-केंद्रित बनाएगा।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नियुक्ति आगामी प्रशासनिक और विकासात्मक एजेंडा को मजबूती प्रदान करेगी, विशेषकर जब महाराष्ट्र विविध सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। डॉ. ढेकणे की विशेषज्ञता राज्य सरकार के ‘सुशासन’ के दृष्टिकोण को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है और सभी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए जा चुके हैं। अब यह देखना रोचक होगा कि आने वाले समय में मुख्यमंत्री कार्यालय की कार्यप्रणाली और प्रभावशीलता में किस प्रकार का सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देता है।



















मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिवंगत मनीषा सुशांत भिसे के बच्चों के इलाज हेतु 24 लाख रुपये की आर्थिक सहायता को दी मंजूरी।


पुणे: दिनेश मीरचंदानी 

दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल प्रकरण में दिवंगत मनीषा सुशांत भिसे के दो मासूम बच्चों के उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री श्री. देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री सहायता निधि से कुल 24 लाख रुपये की आर्थिक मदद को स्वीकृति दी है।

इस सहायता के अंतर्गत एक बच्चे के लिए 10 लाख रुपये तथा दूसरे के लिए 14 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है। यह निर्णय राज्य सरकार की मानवीय और संवेदनशील कार्यपद्धती को दर्शाता है, जो आपातकालीन स्थितियों में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी रहती है।

दिवंगत मनीषा भिसे का प्रकरण पूरे राज्य में चर्चा का विषय रहा है, और इस घटनाक्रम के पश्चात उनके बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया था। मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई यह आर्थिक सहायता न केवल बच्चों के चिकित्सा उपचार में सहायक सिद्ध होगी, बल्कि उनके बेहतर भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम भी मानी जा रही है।

राज्य सरकार द्वारा समय पर लिया गया यह निर्णय सामाजिक उत्तरदायित्व और संवेदनशील शासन की मिसाल प्रस्तुत करता है।

'आगे भी खर्च की राशि दी जाएगी'

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशानुसार इन बच्चों के इलाज के लिए लगने वाला सारा खर्च मुख्यमंत्री सहायता निधि से स्वीकृत किया जा रहा है।

अब तक के खर्च का बिल अस्पतालों ने भेजा है, और उसे भी मंजूरी मिल चुकी है। आगे के इलाज के लिए जो भी खर्च होगा, उसे भी निधि से स्वीकृत किया जाएगा, ऐसा मुख्यमंत्री सहायता निधि के प्रमुख रमेश्वर नाईक ने बताया।