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गणतंत्र दिवस: ठाणे में "उत्कृष्ट अधिकारी" का ऐतिहासिक सम्मान, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशस्ति पत्र देकर बढ़ाया गौरव।


ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

26 जनवरी 2025 गणतंत्र दिवस के अवसर पर ठाणे जिले में आयोजित भव्य समारोह ने एक ऐतिहासिक पल को चिह्नित किया, जब एक अधिकारी को "उत्कृष्ट अधिकारी" के प्रतिष्ठित खिताब से नवाजा गया। यह सम्मान उपमुख्यमंत्री और ठाणे जिला पालक मंत्री एकनाथ शिंदे के शुभ हस्तों से प्रदान किया गया। उन्होंने अधिकारी को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं, ईमानदारी, और समाज के प्रति अमूल्य योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस समारोह ने राज्य प्रशासन और जनता के बीच एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया। हजारों की संख्या में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, और आम नागरिक इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अपने संबोधन में कहा, "यह सम्मान केवल एक अधिकारी का नहीं, बल्कि उन सभी समर्पित अधिकारियों का है, जो अपने कार्य से समाज को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे अधिकारी न केवल सरकार का नाम रोशन करते हैं, बल्कि नागरिकों के विश्वास को भी मजबूत करते हैं।"

समारोह के दौरान भारतीय संस्कृति और देशभक्ति से ओतप्रोत रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें राष्ट्रध्वज फहराने के साथ ही देशभक्ति गीतों और नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति ने पूरे माहौल को गर्व और उल्लास से भर दिया। इस अवसर पर अधिकारी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह सम्मान मेरे जीवन का एक गौरवशाली क्षण है और मुझे मेरे कर्तव्यों को और भी अधिक समर्पण के साथ निभाने के लिए प्रेरित करेगा।"

समाज और प्रशासन में प्रेरणा का संचार:

यह समारोह न केवल उस अधिकारी के लिए बल्कि अन्य सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है। यह संदेश स्पष्ट है कि ईमानदारी, मेहनत, और समर्पण को न केवल पहचाना जाता है बल्कि उसे सार्वजनिक रूप से सराहा भी जाता है।

उत्कृष्ट कार्यों का उत्सव:

गणतंत्र दिवस के इस भव्य आयोजन ने सरकारी अधिकारियों की भूमिका और उनकी सेवाओं को उजागर करते हुए एक नई दिशा दी है। यह दिन ठाणे के प्रशासन और नागरिकों के लिए न केवल एक गौरवशाली क्षण बना, बल्कि एक ऐतिहासिक मील का पत्थर भी साबित हुआ।









गूगल पे के जरिए रिश्वतखोरी! ठाणे के खाद्य निरीक्षक की हरकतें उजागर।


ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ठाणे कार्यालय में भ्रष्टाचार के गंभीर मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। खाद्य निरीक्षक श्री वी. एच. चव्हाण पर रिश्वतखोरी और अवैध संपत्ति बनाने के सनसनीखेज आरोप लगे हैं। इस मामले को उजागर करते हुए पेशेवर कंसल्टेंट अमर भाटिया ने मुख्यमंत्री, खाद्य मंत्री, एफडीए आयुक्त और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से शिकायत की है।

आरोप: रिश्वत मांगने के लिए दलालों का सहारा

शिकायतकर्ता अमर भाटिया का दावा है कि श्री वी. एच. चव्हाण आवेदकों को खाद्य लाइसेंस जारी करने में अनावश्यक अड़चनें डालते हैं और उनकी समस्याओं को सुलझाने के नाम पर रिश्वत मांगते हैं। आरोप है कि चव्हाण ने रिश्वत लेने के लिए एक संगठित नेटवर्क बना रखा है, जिसमें उनके दलाल ऑनलाइन भुगतान प्लेटफॉर्म जैसे गूगल पे के जरिए रिश्वत लेते हैं।

सुनियोजित रिश्वत तंत्र का खुलासा

अमर भाटिया ने अपनी शिकायत में स्पष्ट रूप से बताया है कि उन्होंने "सिटी बार एंड रेस्टोरेंट" के लिए खाद्य लाइसेंस का आवेदन किया था। लेकिन श्री वी. एच. चव्हाण ने आवेदन को लेकर अनावश्यक सवाल खड़े किए और ₹10,000 की रिश्वत की मांग की। मजबूरी में, यह राशि उनके कथित दलाल श्री कुणाल परेश शाह को 23 दिसंबर 2024 को गूगल पे के माध्यम से ट्रांसफर की गई। शिकायत के मुताबिक, रिश्वत की राशि मिलने के बाद ही लाइसेंस (संदर्भ संख्या: 20241126106704705) जारी किया गया।

भ्रष्टाचार के जरिए अवैध संपत्ति का आरोप

शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि श्री वी. एच. चव्हाण ने रिश्वत के जरिए भारी संपत्ति अर्जित की है। उनके परिवार और दोस्तों के नाम पर बेनामी संपत्तियां होने की भी संभावना जताई गई है।

प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल

इस घटना ने न केवल एफडीए कार्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के दावों पर भी गंभीर चर्चा छेड़ दी है। शिकायतकर्ता ने महाराष्ट्र सरकार और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से इस मामले की गहन जांच और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

सरकार से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद

यह मामला सामने आने के बाद से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। जनता उम्मीद कर रही है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और दोषी अधिकारियों को कड़ी सजा देकर एक मिसाल पेश करेगी।

क्या कहता है यह मामला?

ठाणे एफडीए कार्यालय के इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भ्रष्टाचार के ऐसे नेटवर्क पर कार्रवाई कब होगी। आम जनता की लाइसेंस प्रक्रिया को सुगम बनाने का दावा करने वाले विभाग में इस तरह की घटनाएं सरकार की साख पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करती हैं।

क्या होगी सरकार की प्रतिक्रिया?

अब देखना यह होगा कि महाराष्ट्र सरकार और भ्रष्टाचार निरोधक विभाग इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और क्या कदम उठाते हैं।









लाल-लोई उत्सव का भव्य आयोजन: ठाणे घोडबंदर सिंधी एसोसिएशन ने मनाया सांस्कृतिक एकता का जश्न।


 





ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे घोडबंदर सिंधी एसोसिएशन ने रविवार, 12 जनवरी 2025 को लाल-लोई सिंधी त्योहार का शानदार और भव्य आयोजन किया। इस ऐतिहासिक अवसर ने ठाणे में सिंधी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया। 200 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने इस आयोजन को एक अभूतपूर्व सफलता का प्रतीक बना दिया।

मुख्य अतिथि के रूप में परिवहन मंत्री की गरिमामयी उपस्थिति:

कार्यक्रम की शान बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र के माननीय परिवहन मंत्री श्री प्रताप सरनाइक जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में सिंधी समुदाय की सांस्कृतिक एकता और परंपराओं के संरक्षण के लिए एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की। श्री सरनाइक ने कहा, "सिंधी समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखना एक प्रेरणादायक कार्य है, जो नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़े रखता है।"

सांस्कृतिक कार्यक्रम और परंपराओं की झलक:

इस भव्य आयोजन में पारंपरिक रस्मों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अनूठा संगम देखा गया। उत्सव में विविध मनोरंजक गतिविधियों और पारंपरिक रिवाजों ने सभी उपस्थित लोगों को सम्मोहित कर दिया। मेहमानों ने सिंधी व्यंजनों का स्वाद चखा, संगीत की लय पर झूमे और आपसी सौहार्द का भरपूर आनंद लिया।

समिति के समर्पित सदस्यों का योगदान:

इस आयोजन की सफलता का श्रेय समिति के समर्पित सदस्यों को जाता है, जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से इस कार्यक्रम को संभव बनाया। प्रमुख सदस्यों में शामिल हैं:

सचिन पंजाबी, संस्थापक और अध्यक्ष

डॉ. सुनील निचलानी, महासचिव

राज सहजवानी, उपाध्यक्ष

मनोज खत्री, कोषाध्यक्ष

करन छटिजा, गिरीश आहूजा, हीना दुसेजा, अमित जेठानी

समुदाय का आभार और भविष्य की दिशा:

ठाणे घोडबंदर सिंधी एसोसिएशन ने सभी उपस्थित लोगों, स्वयंसेवकों और समर्थकों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की। इस आयोजन ने न केवल सिंधी समुदाय की गौरवशाली विरासत का सम्मान किया बल्कि एकता और सांस्कृतिक गर्व की भावना को भी प्रबल किया। एसोसिएशन ने यह सुनिश्चित किया कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों से समुदाय की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ किया जाएगा।

लाल-लोई उत्सव ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सिंधी समुदाय अपनी परंपराओं और संस्कृति को जीवित रखने के लिए एकजुट है और इस विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने के लिए तत्पर है।











ठाणे पुलिस ने रचा इतिहास: 75% मामलों में सफलता, सीपी अशुतोष डुम्बरे की अगुवाई में अपराध नियंत्रण में बड़ा कदम।


 

ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब समर्पण और नेतृत्व मजबूत हो, तो असंभव कुछ नहीं। पुलिस आयुक्त अशुतोष डुम्बरे के नेतृत्व में ठाणे पुलिस विभाग ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में रिकॉर्ड तोड़ सफलता दर्ज की है। विभाग ने दर्ज अपराध मामलों में 75% की शानदार समाधान दर हासिल की है, जो पूरे राज्य के लिए एक मिसाल बन गई है।

सीपी डुम्बरे ने इस सफलता को अपनी टीम की अथक मेहनत और आधुनिक तकनीक के कुशल उपयोग का नतीजा बताया है। ठाणे पुलिस ने अपराध नियंत्रण और जांच में कई नई और प्रभावशाली रणनीतियां अपनाई हैं, जिनमें डिजिटल निगरानी, डेटा एनालिटिक्स, और सामुदायिक पुलिसिंग प्रमुख हैं।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल ठाणे में कानून-व्यवस्था को नई मजबूती दी है, बल्कि अपराधियों के मन में खौफ भी पैदा किया है। सीपी डुम्बरे ने अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है, और भविष्य में ठाणे पुलिस और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग हमेशा तत्पर रहेगा।

यह सफलता न केवल ठाणे पुलिस के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे महाराष्ट्र पुलिस बल के लिए एक प्रेरणा है। ठाणे पुलिस का यह कदम निश्चित रूप से अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि कानून के शिकंजे से बच पाना अब असंभव है।










उल्हासनगर में फर्जी वसूली मामले की गूंज: भू-माफियाओं की साजिश उजागर, क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी, दोषियों पर होगी कार्रवाई।


 





ठाणे/उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर में भू-माफियाओं की ओर से दर्ज कराए गए 1 करोड़ रुपये की फर्जी वसूली के मामले ने बड़ा मोड़ ले लिया है। बिना किसी सबूत के प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल और राष्ट्र कल्याण पार्टी के अध्यक्ष शैलेश तिवारी के खिलाफ दर्ज वसूली का मामला फर्जी साबित होने की ओर बढ़ रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

पिछले महीने की 28 तारीख को हिललाइन पुलिस स्टेशन में आरोप लगाया गया था कि स्वप्निल पाटिल और शैलेश तिवारी ने 1 करोड़ रुपये की वसूली की मांग की और 5 लाख रुपये प्राप्त किए। इस आरोप के समर्थन में कोई भी ठोस सबूत पेश नहीं किया गया। पाटिल ने पहले ही पुलिस विभाग को सूचित किया था कि भू-माफिया उनकी छवि खराब करने के लिए ऐसे फर्जी मामले दर्ज करवा सकते हैं।

पाटिल ने आरोप लगाया कि यह मामला उल्हासनगर के नगर नियोजक ललित खोब्रागड़े द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए गढ़ा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह साजिश भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों को दबाने की कोशिश है।

आमरण अनशन और बड़ा समर्थन

आज, 3 जनवरी 2025, को इस फर्जी मामले के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पाटिल और उनके समर्थकों ने ठाणे के पुलिस आयुक्त कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू किया। इस आंदोलन को ठाणे जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं और वकीलों का जबरदस्त समर्थन मिला। राज्य के पूर्व राज्यमंत्री और पूर्व विधायक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने भी आंदोलन की गंभीरता को समझते हुए पुलिस आयुक्त से मुलाकात की।

पुलिस आयुक्त का बड़ा कदम

पुलिस आयुक्त ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने का फैसला किया। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि इस साजिश में शामिल दोषियों और अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जनता की एकजुटता और न्याय की उम्मीद

इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल भू-माफियाओं की साजिश को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि जब समाज के लोग और कार्यकर्ता एकजुट होते हैं, तो फर्जी मामलों का सच सामने आता है। इस जीत को प्रहार जनशक्ति पार्टी और अन्य सामाजिक संगठनों ने जनता की जीत करार दिया है।

भ्रष्टाचार और फर्जी मामलों के खिलाफ बड़ा संदेश

यह घटना एक बड़ा संदेश है कि भ्रष्टाचार और फर्जी मामलों के खिलाफ लड़ाई में सच्चाई की जीत सुनिश्चित की जा सकती है। उल्हासनगर के लोग अब न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।








ठाणे में झूठे एफआईआर पर मचा हड़कंप: सामाजिक कार्यकर्ता करेंगे अनशन, एसआईटी जांच की मांग।


 



ठाणे/उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे में एक झूठे एफआईआर के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रमुख व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उनके और उनके सहयोगी श्री शैलेश तिवारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर नंबर 902/2024 पूरी तरह से झूठा है और इसे उन्हें बदनाम करने के लिए रचा गया है। इस मामले में उन्होंने 3 जनवरी 2025 से ठाणे पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।

क्या है मामला?

28 दिसंबर 2024 को ठाणे के हिल लाइन पुलिस स्टेशन में शिकायतकर्ता राजेश जेमनानी ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके घर पर जाकर 25 लाख रुपये की मांग की। शिकायत में आरोप लगाया गया कि यह फिरौती सामाजिक कार्यकर्ता और उनके सहयोगी के नाम पर मांगी गई। एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 308(3), 308(5), 308(4), 351(2), 352, और 3(5) के तहत दर्ज की गई है।

संदिग्ध परिस्थितियां और आरोप

सामाजिक कार्यकर्ता ने इस मामले को "पूर्व नियोजित साजिश" करार देते हुए कई गंभीर सवाल उठाए:

1. पूर्व चेतावनी पर सवाल: शिकायतकर्ता ने घटना से 5 दिन पहले ही समाचार पत्रों और पुलिस को फिरौती की आशंका व्यक्त की थी। ऐसे में जब अज्ञात व्यक्ति 5 लाख रुपये लेने आया, तो उसे रंगे हाथों क्यों नहीं पकड़ा गया?

2. सीसीटीवी की अनदेखी: पुलिस ने घटना के बाद तुरंत इलाके की सीसीटीवी फुटेज को क्यों नहीं जब्त किया?

3. पुलिस की मिलीभगत: सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस और भू-माफिया के बीच मिलीभगत के कारण यह झूठा मामला दर्ज किया गया।

भ्रष्टाचार की ओर इशारा

सामाजिक कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता ने 5 लाख रुपये नकद में अज्ञात व्यक्ति को दिए, जो बेहद संदिग्ध है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी राशि कहां से आई और इसका स्रोत क्या है?

उच्चस्तरीय जांच की मांग

सामाजिक कार्यकर्ता ने झूठे एफआईआर की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच दल) के गठन की मांग की है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की अपील की कि:

अज्ञात व्यक्ति की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाए।

नकद लेन-देन के स्रोत की जांच हो।

शिकायतकर्ता और पुलिस अधिकारियों की भूमिका की गहन जांच की जाए।

अनशन की चेतावनी

सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि अगर 3 जनवरी 2025 तक निष्पक्ष जांच शुरू नहीं हुई, तो वे ठाणे पुलिस आयुक्त कार्यालय के सामने अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर सभी सामाजिक संगठनों और जनता से समर्थन की अपील की है।

सामाजिक संगठनों का समर्थन बढ़ा

इस घटना के बाद विभिन्न सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में आवाज बुलंद की है। ठाणे और आसपास के क्षेत्र में इस मामले ने जनांदोलन का रूप ले लिया है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई

यह मामला सिर्फ झूठे एफआईआर तक सीमित नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि इस साजिश के पीछे ठाणे में करोड़ों के टीडीआर (ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट्स) और डीआरसी (डेवलपमेंट राइट सर्टिफिकेट) घोटाले को छिपाने की कोशिश की जा रही है।

सरकार और पुलिस प्रशासन पर दबाव

ठाणे के नागरिक अब यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या भ्रष्टाचार और भू-माफिया के खिलाफ आवाज उठाने वालों को झूठे मामलों में फंसाकर चुप कराया जाएगा।










कल्याण कांड: 13 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म और हत्या, CM फडणवीस का सख्त रुख, चार महीने में सजा का आश्वासन।


(फाइल फोटो)

ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

कल्याण में 13 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म और हत्या के जघन्य अपराध ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना 23 दिसंबर को हुई थी, जब मासूम बच्ची अपनी मां से पैसे लेकर घर से कुछ खाने के लिए निकली थी और फिर कभी वापस नहीं लौटी।

पुलिस ने इस मामले में विशाल गवळी नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद से ही पूरे राज्य में रोष व्याप्त है और लोग दोषी को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री का सख्त रुख:

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर गंभीर संज्ञान लिया है और स्वयं हस्तक्षेप करते हुए ज्येष्ठ वकील उज्वल निकम को इस मामले की पैरवी करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई की जाएगी और आरोपी को चार महीने के भीतर सजा दिलाई जाएगी।

पीड़ित परिवार को न्याय का आश्वासन:

पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और न्याय की मांग की। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और आरोपी को सजा दिलाई जाएगी।

ठाणे पुलिस आयुक्त का आदेश:

ठाणे पुलिस आयुक्त ने इस मामले में 30 दिनों के भीतर आरोपपत्र दाखिल करने का आदेश दिया है।

जनता में रोष:
इस घटना ने पूरे राज्य में लोगों को हिलाकर रख दिया है। लोग इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने की मांग कर रहे हैं और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।















ठाणे में हत्या के आरोपी की अदालत में शर्मनाक हरकत: न्यायाधीश पर चप्पल फेंकी, नया केस दर्ज।


(फाइल फोटो)

ठाणे/कल्याण: दिनेश मीरचंदानी 

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक सत्र अदालत में सुनवाई के दौरान हुई एक चौंकाने वाली घटना ने न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शनिवार को हत्या के एक गंभीर मामले की सुनवाई के दौरान, 22 वर्षीय आरोपी किरण संतोष भरम ने अदालत की गरिमा को ठेस पहुंचाते हुए सत्र न्यायाधीश आर.जी. वाघमारे पर चप्पल फेंक दी। हालांकि, यह चप्पल न्यायाधीश तक नहीं पहुंची और मेज के सामने लकड़ी के फ्रेम से टकराकर न्यायपीठ लिपिक के पास जा गिरी।

अदालत में बढ़ता असंतोष: आरोपी ने दी अदालत बदलने की मांग

घटना के समय आरोपी ने न्यायाधीश से अनुरोध किया था कि उसके मामले को किसी अन्य अदालत में स्थानांतरित किया जाए। न्यायाधीश ने उसे अपने वकील के माध्यम से उचित आवेदन करने का निर्देश दिया। लेकिन जब आरोपी का वकील सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं हुआ, तो अदालत ने आरोपी को किसी अन्य वकील का नाम सुझाने के लिए कहा और नई सुनवाई की तारीख निर्धारित कर दी।

इस दौरान आरोपी ने अदालत के निर्देशों की अनदेखी करते हुए गुस्से में अपनी चप्पल निकालकर न्यायाधीश की ओर फेंक दी। इस अप्रत्याशित घटना से अदालत में मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए।

कानून के खिलाफ अपराध पर कानून का वार

इस शर्मनाक हरकत के बाद महात्मा फुले पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 132 (लोक सेवक को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और धारा 125 (दूसरों के जीवन या सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

न्यायपालिका की गरिमा पर हमला

अदालतें न्याय का मंदिर मानी जाती हैं, और ऐसे मामलों में न्यायपालिका पर हमला केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे तंत्र पर हमला माना जाता है। ठाणे की यह घटना न केवल आरोपी के कानूनी संकट को गहरा सकती है, बल्कि यह न्यायिक प्रक्रिया में अनुशासन और गरिमा को बनाए रखने की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है।

पुलिस ने शुरू की कड़ी जांच

पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है। वहीं, इस घटना ने कानून के जानकारों और आम जनता के बीच अदालतों की सुरक्षा और गरिमा के मुद्दे पर नई बहस छेड़ दी है।

न्याय व्यवस्था पर सवाल या आरोपी की हताशा?

विशेषज्ञों का मानना है कि आरोपी द्वारा ऐसी हरकत उसके हताशा भरे मनोविज्ञान को दर्शाती है। हालांकि, यह घटना भारतीय न्याय प्रणाली में अनुशासन बनाए रखने और अदालतों में उचित व्यवहार के महत्व को फिर से स्थापित करने का एक गंभीर संदेश देती है।

यह घटना न्यायिक प्रक्रिया के प्रति सम्मान और विश्वास बनाए रखने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करती है। ऐसे में न्यायपालिका और प्रशासन के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक हो जाता है कि अदालतों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।









ठाणे क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन स्क्वाड ने सशस्त्र लूटपाट करने वाले गिरोह को दबोचा, ₹22 लाख से अधिक की संपत्ति बरामद।





ठाणे: दिनेश मीरचंदानी
17 दिसंबर 2024.

ठाणे सिटी क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन स्क्वाड ने एक सनसनीखेज सशस्त्र लूटपाट के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक सात सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार कर ₹21.97 लाख की लूटी गई नकदी और अपराध में प्रयुक्त हथियारों व वाहनों को बरामद किया। यह कार्रवाई 05 दिसंबर 2024 की रात नासिक-मुंबई हाईवे पर ठाणे वेस्ट के कैडबरी जंक्शन पर हुई लूटपाट के मामले में की गई।

घटना का पूरा विवरण:

05 दिसंबर की रात करीब 11:30 बजे, शिकायतकर्ता श्रीमती सुनीता सिल्वराज पिल्लई (45 वर्ष), निवासी उल्हासनगर 4, मुंबई जा रही थीं। उनकी कार को मुंबई लेन पर कैडबरी जंक्शन के पास पीछा कर सशस्त्र आरोपियों ने जबरन रोक लिया। अपराधियों ने कार चालक को धमकाया और शिकायतकर्ता की कार का बायां दरवाजा जबरन खोल दिया।

श्रीमती पिल्लई के विरोध के बावजूद, आरोपियों ने उनकी सीट पर रखे दो बैग छीन लिए, जिनमें 50,000 सऊदी रियाल (भारतीय मुद्रा में लगभग ₹11.29 लाख) और ₹1 लाख की भारतीय नकदी थी। लूट की कुल रकम ₹12.29 लाख थी। घटना के बाद आरोपियों ने तेजी से फरार होकर पुलिस को चुनौती दी।

राबोड़ी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 310(2), 309(6), 3(5), 49, शस्त्र अधिनियम 1959 की धारा 3, 25 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37(1)135 के तहत मामला दर्ज किया गया।

गिरफ्तार आरोपी:

पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया। ये हैं:

1. मोहित हेमंत हिंदुजा (उम्र 19), निवासी उल्हासनगर 3, ठाणे

2. वरुण नरेश होतवानी (उम्र 20), निवासी उल्हासनगर 3, ठाणे

3. रोहन सतीश रेडकर उर्फ बाबू (उम्र 19), निवासी उल्हासनगर 3, ठाणे

4. स्वप्निल दिलीप ससाने उर्फ बाबूराव (उम्र 22), बेरोजगार, निवासी उल्हासनगर 1, ठाणे

5. अनवर सुबानी शेख, निवासी उल्हासनगर 1, ठाणे

6. नीता विष्णु मंजुआ उर्फ भक्ती (उम्र 40), निवासी कल्याण वेस्ट, ठाणे

7. एक नाबालिग आरोपी

बरामद सामान:

पुलिस ने लूट की कुल ₹21,97,611 की संपत्ति बरामद की, जिसमें नकदी, अपराध में प्रयुक्त वाहन (मारुति अर्टिगा कार, होंडा शाइन बाइक, सुजुकी एक्सेस मोटरसाइकिल), एक देशी पिस्तौल, जिंदा कारतूस और मोबाइल फोन शामिल हैं।

पुलिस कार्रवाई:

सभी आरोपियों को 19 दिसंबर 2024 तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। मामले की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक सुनील तारमाले के नेतृत्व में की जा रही है।

वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन:

यह शानदार ऑपरेशन माननीय पुलिस आयुक्त श्री अशुतोष धुंबरे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री पंजाबराव उगले, उप पुलिस आयुक्त श्री अमर सिंह जाधव, संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) एवं प्रभारी अधिकारी एंटी-एक्सटॉर्शन स्क्वाड श्री शेखर बगड़े और श्री राजकुमार डोंगरे के कुशल मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया।

जांच टीम की उपलब्धि:

इस चुनौतीपूर्ण मामले में पुलिस निरीक्षक नरेंद्र पवार, सहायक पुलिस निरीक्षक सुनील तारमाले, श्रीकृष्ण गोरे, भूषण कपदनीस, पुलिस उप निरीक्षक विजय कुमार राठौड़, सुबोध तावड़े, संजय बाबर, संदीप भोसले, हेड कांस्टेबल दीपक गडगे, आशीष ठाकुर, संजय राठौड़, सचिन शिंदे, योगीराज कानडे, अभिजीत गायकवाड़, महिला हेड कांस्टेबल शीतल पावसकर, पुलिस नाईक रविंद्र हसे, अरविंद शेजवाले, तानाजी पाटिल, संतोष वाइकर, महिला नाईक मयूरी भोसले और कांस्टेबल भगवान हिवरे की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सार:

पुलिस की तेजी और सटीक कार्रवाई ने ठाणे में बढ़ते अपराध पर कड़ी चोट की है। ठाणे सिटी क्राइम ब्रांच का यह ऑपरेशन न केवल एक सफल पुलिसिंग का उदाहरण है, बल्कि कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस घटना के बाद से स्थानीय नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।











भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन: प्रहार जनशक्ति पार्टी ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल की अगुवाई में तीन प्रमुख विभागों पर कार्रवाई की तैयारी।


(फाइल इमेज)

ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

प्रहार जनशक्ति पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल व राष्ट्र कल्याण पार्टी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू होने जा रहा है। विभिन्न सरकारी विभागों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ तीन प्रमुख आंदोलनों की घोषणा की गई है, जिसमें संबंधित विभागों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।

घोषित आंदोलन इस प्रकार हैं:

1. नगररचना विभाग के खिलाफ ऐतिहासिक प्रदर्शन:

16 दिसंबर 2024 को उमा नगररचना विभाग के खिलाफ निदेशक कार्यालय, पुणे में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और शहर की योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई हैं।

2. दिव्यांग कल्याणकारी विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन:

दिव्यांगों के कल्याण के लिए बने सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद पार्टी ने पुणे स्थित दिव्यांग कल्याणकारी विभाग के कार्यालय पर जोरदार आंदोलन की योजना बनाई है। पार्टी का कहना है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं में भारी अनियमितता की गई है।

3. पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्रवाई की मांग:

पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) में भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत पेश करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस उपेक्षा के खिलाफ पार्टी ने महासंचालक भ्रष्टाचार निरोधक विभाग, वरली कार्यालय के बाहर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

प्रहार पार्टी व राष्ट्रकल्याण पार्टी की कड़ी चेतावनी:

प्रहार जनशक्ति पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल व राष्ट्र कल्याण पार्टी के शैलेश तिवारी जी ने साफ शब्दों में कहा, “हम इन विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। हमारी ओर से तमाम दस्तावेजी सबूत पेश किए जा चुके हैं, लेकिन संबंधित विभागों की ओर से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में पार्टी को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा।”

एडवोकेट स्वप्निल पाटिल ने यह भी कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक भ्रष्ट अधिकारियों और विभागों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। प्रहार जनशक्ति पार्टी ने जनता से भी अपील की है कि वे इन आंदोलनों में शामिल होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करें।








ठाणे में भव्य शिव प्रताप दिवस समारोह: IRS अधिकारी समीर वानखेड़े ने छत्रपति शिवाजी महाराज को दी श्रद्धांजलि, नशा मुक्त भारत का लिया संकल्प।


 



ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक विजय के प्रतीक शिव प्रताप दिवस के अवसर पर ठाणे में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर IRS अधिकारी समीर वानखेड़े ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया और छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।

समारोह में समीर वानखेड़े ने शिवाजी महाराज की वीरता, नेतृत्व और दूरदर्शिता को आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणादायक आदर्श बताते हुए कहा, “शिवाजी महाराज की तरह हमें भी साहस और दृढ़ संकल्प के साथ समाज को नशामुक्त बनाने के लिए कार्य करना होगा। यह उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

नशा मुक्त भारत का संकल्प:

IRS अधिकारी वानखेड़े ने युवाओं को नशे से दूर रखने और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण की प्रतिबद्धता दोहराते हुए समाज में नशा उन्मूलन अभियान को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज की तरह चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्र निर्माण के लिए सक्रिय प्रयास जरूरी हैं।

राष्ट्रभक्ति और सामाजिक जागरूकता:

समारोह में उपस्थित गणमान्य नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, और युवा संगठनों ने भी शिवाजी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र सेवा और सामाजिक सुधार के लिए काम करने का संकल्प लिया।

समारोह का समापन "जय भवानी, जय शिवाजी" के जोशीले नारों और देशभक्ति के वातावरण के बीच हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में राष्ट्रप्रेम और समाज सुधार का संदेश गूंज उठा।









ठाणे में बीजेपी विधायक संजय केलकर ने जीत के बाद सिंधी समुदाय को दिया धन्यवाद, वरिष्ठ नागरिकों से की विशेष मुलाकात।





ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे विधानसभा क्षेत्र से विजयी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक श्री संजय केलकर ने चुनाव जीतने के बाद पहली बार समुदाय से जुड़ने के लिए वरिष्ठ नागरिक श्रीमती वीना भाटिया जी के निवास स्थान पर विशेष भेंट की। इस दौरान उन्होंने सिंधी समुदाय का भाजपा को दिए गए निरंतर और सशक्त समर्थन के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया।

श्री केलकर ने इस अवसर पर कहा, "सिंधी समुदाय ने हमेशा भाजपा के विचारों और सिद्धांतों पर विश्वास जताया है। यह समर्थन और भरोसा हमारे लिए बहुत अहम है। मैं व्यक्तिगत रूप से आप सभी का धन्यवाद करता हूं और भरोसा दिलाता हूं कि आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करूंगा।"

इस महत्वपूर्ण मुलाकात में सिंधी समुदाय के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति, जिनमें श्री सचिन पंजाबी, श्री अनिल भाटिया, श्री खुबचंद सेजवानी और श्री गंगाराम अमेसर शामिल थे, उपस्थित रहे। सभी ने विधायक के साथ पार्टी और समुदाय के बेहतर समन्वय और विकास के लिए चर्चा की।

श्रीमती वीना भाटिया ने विधायक श्री केलकर को आशीर्वाद देते हुए सिंधी समुदाय की ओर से समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक का माहौल बेहद सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक रहा।

श्री केलकर की यह पहल भाजपा और सिंधी समुदाय के गहरे और मजबूत संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करती है। यह न केवल ठाणे में भाजपा की विजय का जश्न है, बल्कि समुदाय के साथ परस्पर विश्वास और सहयोग का प्रतीक भी है।

भाजपा की यह जीत और विधायक श्री केलकर की इस अनूठी पहल ने पार्टी और समुदाय के संबंधों को एक नई दिशा दी है।







मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बड़ा दांव: 24 अक्टूबर को कोपरी-पाचपाखाडी से भरेंगे नामांकन।


ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ आने वाला है, जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 24 अक्टूबर को कोपरी-पाचपाखाडी निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। शिवसेना के ताकतवर नेता शिंदे, जिन्होंने हाल ही में महाराष्ट्र की सत्ता पर कब्जा जमाया है, अब इस महत्वपूर्ण क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

यह निर्वाचन क्षेत्र शिंदे के लिए न केवल राजनीतिक दृष्टि से अहम है, बल्कि यह उनकी पार्टी के लिए भी एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। शिंदे के नामांकन के दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है, जिससे उनकी लोकप्रियता और जनाधार का प्रदर्शन होगा। शिंदे ने कोपरी-पाचपाखाडी को चुना है, जो लंबे समय से उनका गढ़ रहा है और जहां से उनका राजनीतिक प्रभाव और भी मजबूत होने की संभावना है।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह नामांकन केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों की दिशा तय करने वाला कदम हो सकता है। शिंदे की मुख्यमंत्री के रूप में छवि और शिवसेना की मजबूती के लिए यह नामांकन बेहद अहम माना जा रहा है।

शिंदे के साथ उनके करीबी सहयोगी, शिवसेना के वरिष्ठ नेता और अन्य प्रमुख हस्तियां भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनेंगे। पूरे महाराष्ट्र की निगाहें इस नामांकन पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यह राजनीतिक उठापटक की शुरुआत का संकेत दे रहा है।

एकनाथ शिंदे का यह कदम न केवल उनके राजनीतिक सफर का अहम पड़ाव साबित होगा, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले संभावित बदलावों को भी तय करेगा।








ठाणे में पत्रकार श्रद्धा राय के नेतृत्व में ऐतिहासिक आंदोलन: घोड़बंदर रोड की ट्रैफिक समस्या के खिलाफ निवासियों का सशक्त प्रदर्शन।


 



ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे के घोड़बंदर रोड की गंभीर ट्रैफिक समस्याओं के खिलाफ स्थानीय निवासियों द्वारा छेड़ा गया आंदोलन अब अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया है। पत्रकार श्रद्धा राय के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन ने न केवल लोगों की आवाज़ को एक साथ लाकर मजबूती दी है, बल्कि ठोस समाधान निकालने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं।

लगभग दो महीने से राय और उनकी स्वयंसेवकों की टीम ठाणे नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, एमएमआरडीए, और पीडब्ल्यूडी जैसे सरकारी विभागों से लगातार संपर्क में हैं, और घोड़बंदर रोड की यातायात समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार बैठकें कर रही हैं। यह टीम केवल यातायात समस्याओं को ही नहीं, बल्कि सड़क से संबंधित सभी मुद्दों जैसे गड्ढे, चैम्बर्स की मरम्मत, ज़ेब्रा क्रॉसिंग और कचरा निस्तारण तक पर काम कर रही है, जिससे न केवल यातायात का प्रवाह सुगम हो सके, बल्कि सड़कें सुरक्षित और स्वच्छ भी बन सकें।

श्रद्धा राय के नेतृत्व में चल रहे #JusticeForGhodbunderRoad अभियान ने सरकारी अधिकारियों और स्थानीय निवासियों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने में सफलता पाई है। अब सड़क निरीक्षणों और खुले संवाद के ज़रिए, सड़क की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य घोड़बंदर रोड को सुरक्षित और बिना ट्रैफिक जाम वाली सड़क में तब्दील करना है।

स्थानीय निवासियों का इस आंदोलन को भरपूर समर्थन मिल रहा है, जिससे यह एक व्यापक नागरिक जागरूकता और एक्शन का प्रतीक बन गया है। #JusticeForGhodbunderRoad अभियान एक मिसाल पेश कर रहा है कि कैसे स्थानीय समुदाय एकजुट होकर अपने शहर की समस्याओं को हल करने के लिए सरकारी तंत्र पर दबाव बना सकते हैं और बदलाव ला सकते हैं।

इस आंदोलन ने ठाणे में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जगाई है और अन्य इलाकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गया है।







ठाणे में 5 महीने के बच्चे का अपहरण, पुलिस ने 4 घंटे में सुलझाया मामला।




ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब 5 महीने के मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया गया। अपहरण की यह वारदात रात के अंधेरे में सिद्धी हॉल के पास, जेल तालाब के सामने हुई। पीड़िता, श्रीमती वनिता राकेश पवार, जो राबोडी ब्रिज के नीचे ठाणे में रहती हैं, ने बताया कि उनके 5 महीने के बेटे, जिसका नाम दादा है, को किसी अज्ञात व्यक्ति ने अगवा कर लिया। यह घटना 12 अक्टूबर की रात 12:30 बजे से 5:00 बजे के बीच घटी।

जैसे ही इस गंभीर मामले की शिकायत पुलिस को प्राप्त हुई, ठाणे पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए 827/2024 के तहत धारा 137 (2) भारतीय दंड संहिता में मामला दर्ज कर लिया।

गिरफ्तारी और आरोपी का रिकॉर्ड
पुलिस ने मात्र 4 घंटों के भीतर न केवल बच्चे को ढूंढ निकाला, बल्कि तीन आरोपियों को भी हिरासत में लिया। ये आरोपी हैं:

1. जावेद अजमत अली न्हावी, उम्र 35 वर्ष, निवासी गली नंबर 7, क्रांतीनगर, राबोडी, ठाणे।

2. जयश्री याकूब नाईक, उम्र 45 वर्ष, निवासी अण्णाभाऊ साठे नगर, ठाणे।

3. सुरेखा राजेश खंडागळे, उम्र 34 वर्ष, निवासी क्रांतीनगर, राबोडी, ठाणे।

जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी जावेद अजमत अली न्हावी पहले से ही कई आपराधिक मामलों में संलिप्त था। उसके खिलाफ राबोडी पुलिस स्टेशन, ठाणे नगर पुलिस स्टेशन और कळवा पुलिस स्टेशन में आपराधिक रिकॉर्ड हैं।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस टीम, जिसमें PSI दीपक खेडकर, HC विक्रम शिंदे, HC गांगुर्डे, HC तानाजी अंबूरे, HC सागर पाटिल, HC प्रकाश जाधव, HC पंकज दाभाड़े और HC संदीप चव्हाण शामिल थे, ने घटना के 4 घंटे के भीतर बच्चे को सुरक्षित ढूंढ निकाला और आरोपियों को हिरासत में लिया।

जांच अधिकारी PSI भारत मारकड के नेतृत्व में इस पूरे मामले को तेजी से सुलझाया गया, जिससे ठाणे पुलिस की कार्यकुशलता की सराहना हो रही है।

समाज में डर और चिंता
इस घटना ने ठाणे शहर में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया था। लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने लोगों में विश्वास बहाल किया है।










उल्हासनगर में iPhone चोरी रैकेट का भंडाफोड़: दो बड़े मोबाइल डीलर्स गिरफ्तार, और गिरफ्तारियां संभावित।

 


उल्हासनगर : दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर में एक बड़े iPhone चोरी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कल्याण पुलिस ने शहर के दो प्रमुख मोबाइल डीलर्स को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई है। पुलिस ने चोरी के iPhones बेचने के आरोप में जय माता दी मोबाइल के भांजे दीपक चंचलानी और राज मोबाइल के मालिक कमल हरचंदानी को हिरासत में लिया है।

रैकेट का पर्दाफाश:

चोरी किए गए महंगे iPhones को फ्लिपकार्ट के गोदाम से चुराया गया था, जिसमें मुख्य आरोपी फैयाज शेख का नाम सामने आया है। उसने ये चोरी किए गए फोन उल्हासनगर के इन दोनों डीलर्स को बेचा, जो फिर इन्हें ग्राहकों को बेचकर बड़ा मुनाफा कमा रहे थे। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने कुछ ग्राहकों के पास से मिले iPhones की जांच की और पाया कि वे फोन चोरी के थे।

गिरफ्तारियां और बरामदगी:

पुलिस ने फैयाज शेख सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर दीपक चंचलानी और कमल हरचंदानी को भी गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पुलिस ने इन डीलर्स के पास से दो चोरी के iPhone भी बरामद किए।

दीपक चंचलानी की ममता मोबाइल नामक दुकान मधुसूदन आश्रम के पास है, जबकि कमल हरचंदानी की राज मोबाइल दुकान राहुल नगर, उल्हासनगर में स्थित है।

जांच जारी, और गिरफ्तारियां संभावित:

पुलिस अभी भी मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है और उम्मीद है कि रैकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। FIR नंबर 452/24 के तहत दर्ज इस मामले में जांच अभी भी जारी है और शहर के अन्य मोबाइल डीलर्स भी इस खुलासे के बाद सतर्क हो गए हैं।

जनता में डर और सतर्कता:

इस बड़े खुलासे से शहर के मोबाइल डीलर्स और ग्राहकों में हड़कंप मच गया है। चोरी के iPhones खरीदने वाले ग्राहकों को भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

पुलिस की सख्त कार्रवाई:

कल्याण बाजार पेठ पुलिस द्वारा किए गए इस भंडाफोड़ ने शहर में मोबाइल चोरी के नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार किया है। पुलिस का कहना है कि इस रैकेट के और भी गहरे तार हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

यह खबर इलाके में तेजी से फैल रही है और जनता में इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है। चोरी के iPhones बेचने की इस घटना ने मोबाइल मार्केट पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे इस धंधे में लिप्त अन्य अपराधियों पर भी शिकंजा कसने की उम्मीद जताई जा रही है।







"112: अब हर मुश्किल का समाधान, एक ही कॉल में!"


ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे पुलिस आयुक्तालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए 112 हेल्पलाइन नंबर की सेवा का विस्तार किया है। अब चाहे महिला सुरक्षा का मामला हो, छेड़खानी की शिकायत हो, पुलिस सहायता की आवश्यकता हो, घरेलू हिंसा, मेडिकल आपातकाल, फायर ब्रिगेड या अपराध से संबंधित कोई भी परेशानी—आपकी मदद सिर्फ एक कॉल दूर है।

क्यों है 112 इतना महत्वपूर्ण?

हर दिन देशभर में नागरिकों को सुरक्षा, मेडिकल इमरजेंसी और आपातकालीन सेवाओं की आवश्यकता पड़ती है। ठाणे पुलिस आयुक्तालय द्वारा संचालित 112 हेल्पलाइन अब सभी सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लेकर आई है, जिससे लोगों को अलग-अलग नंबर याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक ही नंबर पर पूरी सहायता मिल सकेगी।

महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि:

यह हेल्पलाइन विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो रही है। छेड़खानी, घरेलू हिंसा और अन्य महिला अपराधों की तुरंत रिपोर्टिंग और त्वरित मदद के लिए यह नंबर एक वरदान साबित हो रहा है।

आपात स्थिति में 24x7 उपलब्ध:

चाहे कोई मेडिकल इमरजेंसी हो, या आगजनी की घटना, या फिर पुलिस सहायता की आवश्यकता हो, 112 हेल्पलाइन 24 घंटे, 7 दिन उपलब्ध रहेगी।

अपराध से लड़ने में सहायता:

किसी भी अपराध की रिपोर्ट तुरंत ठाणे पुलिस तक पहुंचाई जा सकेगी, जिससे आपराधिक घटनाओं पर तेज़ी से कार्रवाई हो सकेगी।

संदेश नागरिकों के लिए:

ठाणे पुलिस आयुक्तालय ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वह किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना करते हुए 112 पर कॉल करें और तत्काल सहायता प्राप्त करें।








मोबाइल टावरों से कीमती उपकरण चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, करोड़ों की चोरी की मशीनें बरामद।


 






ठाणे: दिनेश मीरचंदानी 

विरार क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने एक बड़े आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो मोबाइल टावरों से रेडियो फ्रीक्वेंसी (RR UNIT) मशीनें चुराकर उन्हें अवैध रूप से बेच रहा था। इन मशीनों का उपयोग 5G नेटवर्क में किया जा रहा था, और आरोपियों द्वारा चोरी की गई इन मशीनों की कीमत करोड़ों में है।

गिरफ्तारी और जब्ती:

22 अगस्त 2024 को नालासोपारा में एयरटेल के मोबाइल टावर से 5G नेटवर्क के लिए उपयोग की जा रही एक RR UNIT मशीन चोरी कर ली गई थी। इस चोरी की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने व्यापक जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर, मुंबई, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तारियों में 36 RR UNIT मशीनें, जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपये है, और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए।

आरोपी:

गिरफ्तार अभियुक्तों में शुभम विनायकुमार यादव, शर्वेश रामाभिलाष यादव, चंद्रा सुरेश गुप्ता, नवलाल केवलचंद्र जैन, जाकिर बो. सलीम मलिक, ज़ैद अंदर मलिक और मोहम्मद जुनैद भोज अरिफ मलिक शामिल हैं। इन अभियुक्तों पर आरोप है कि उन्होंने RR UNIT मशीनों के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर इन्हें ऊंची कीमतों पर काले बाजार में बेचा। 

गिरोह का काम करने का तरीका:

यह गिरोह पिछले एक साल से विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब और गुजरात से मोबाइल टावरों से उपकरण चुरा रहा था। मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और वसई-विरार क्षेत्रों में भी इस गिरोह की सक्रियता पाई गई। चोरी की गई मशीनों को अवैध रूप से चीन और हांगकांग में बेचा जा रहा था।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:

पुलिस की इस बड़ी कामयाबी का श्रेय पुलिस आयुक्त श्री. माधुकर पांडे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री. दत्तात्रेय आपटे, उप पुलिस आयुक्त (अपराध) श्री. अविनाश अंबुरे, और उनकी पूरी टीम को जाता है, जिन्होंने त्वरित और सटीक कार्रवाई कर इस बड़े आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त किया। 

अधिक जानकारी के लिए:

पुलिस के अनुसार, मामले की जांच अभी जारी है और अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता की पहचान के लिए कार्रवाई की जा रही है। पूरे देश में ऐसे अन्य मामलों का भी पता लगाने की कोशिशें हो रही हैं।

निष्कर्ष:

यह गिरफ्तारी न केवल एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करती है, बल्कि इससे लाखों लोगों के लिए 5G नेटवर्क सेवाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। क्राइम ब्रांच की इस बड़ी कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि कानून का शिकंजा ऐसे अपराधियों पर सख्ती से कसा जाएगा।







महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग में भर्ती घोटाला: जांच की मांग


 


ठाणे : दिनेश मीरचंदानी 

महाराष्ट्र में स्वास्थ्य विभाग की भर्ती प्रक्रिया में बड़े घोटाले का आरोप लगा है। ठाणे सामान्य रुग्णालय में वस्त्रपाल पद पर नियुक्त उम्मीदवार के नकली अनुभव प्रमाण पत्र और वेटिंग लिस्ट के नाम पर अपात्र उम्मीदवारों को नौकरी देने की शिकायतें सामने आई हैं।

घोटाले की जानकारी

- ठाणे सामान्य रुग्णालय में वस्त्रपाल पद पर नियुक्त उम्मीदवार के अनुभव प्रमाण पत्र नकली होने का आरोप है।

- वेटिंग लिस्ट के नाम पर अपात्र उम्मीदवारों को नौकरी देने की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें करोड़ों रुपये की डील हुई है।

- सिविल सर्जन ने बड़ी रकम ली है, इसका आरोप है.

विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जांच की मांग की है।





ठाणे पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अंतरराज्यीय एमडीएमए तस्करी गिरोह का पर्दाफाश, 476 ग्राम ड्रग्स और 95 लाख रुपये की संपत्ति जब्त..!


 


ठाणे : दिनेश मीरचंदानी 

ठाणे: ठाणे शहर पुलिस के अंगली पदार्थ विरोधी पथक ने एक अंतरराज्यीय एमडीएमए तस्करी गिरोह को पकड़ा है। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 476 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स और 95 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।

पुलिस आयुक्त के निर्देश पर, पुलिस टीम ने मुंब्रा में एक सापला ऑपरेशन चलाया, जिसमें तबरेज अनुज्जफर बक्षी और एजाज शेर खान उर्फ पठाण को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले भी मुंबई पुलिस आयुक्तालय में एमडीएमए तस्करी के मामले दर्ज हैं।

ठाणे पुलिस ने मुंद्रा पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया है और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।