उल्हासनगर : दिनेश मीरचंदानी
बिल्डर वाधवा के खिलाफ अवैध प्रीमियम समायोजन करने का आरोप लगाया गया है, जिससे उल्हासनगर नगर निगम को 1.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एडवोकेट स्वप्निल पाटिल ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। आरोपों के अनुसार,बिल्डर वाधवा ने आरसीसी नंबर 14 और 17 से बांधकाम परवानगी क्र.
16/24 और 59/20 इनमे 1.5 करोड रूपऐ के प्रीमियम में अवैध समायोजन किया है जो की जिससे नगर निगम को बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ है। एडवोकेट स्वप्निल पाटिल ने आयुक्त विकास ढाकणे को पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
पाटिल का कहना है के तत्कालीन आयुक्त अजीज शेख ने इस समायोजन के फाईल पर ट्रान्सफर होणे के बाद साईन करते हुऐ पद का दुरपयोग किया है , इस मामले में जांच कराने और आरसीसी प्रमाणपत्र जारी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने उल्हासनगर महानगर पालिका द्वारा अवैध आरसीसी प्रमाणपत्र जारी करने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए आवश्यक कदम उठाने की भी मांग की है।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें