उल्हासनगर : दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर माहानगर पालिका द्वारा दिव्यांगजनों को वितरित की गई व्हीलचेयर में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। एडवोकेट स्वप्निल पाटील अध्यक्ष प्रहार जनशक्ती पक्ष (ठाणे जिल्हा) ने आरोप लगाया है कि व्हीलचेयर की खरीद में पारदर्शिता नहीं है और इसकी जांच होनी चाहिए।
पिछले 25 दिन पहले उल्हासनगर महानगर पालिका ने सिंधु भवन, सपना गार्डन, उल्हासनगर-3 में आयोजित एक कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर वितरित की थीं। लेकिन कुछ दिव्यांगों ने बताया कि व्हीलचेयर के टायर खुलने लगे हैं और उन्हें परेशानी हो रही है।
एडवोकेट स्वप्निल पाटील ने इस मामले में दिव्यांग कल्याण विभाग के प्रमुख श्री राजेश घंघाव से संपर्क किया और एक दिव्यांग को नई व्हीलचेयर प्रदान कराई गई। लेकिन अब फिर से व्हीलचेयर के टायर खुलने की समस्या आ रही है।
एडवोकेट स्वप्निल पाटील ने उल्हासनगर महानगर पालिका और दिव्यांग कल्याण विभाग से इस मामले में जवाब मांगा है और जांच की मांग की है। उन्होंने पूछा कि व्हीलचेयर कितने में खरीदी गई हैं और कहां से खरीदी गई हैं? इसकी ड्यूरेबिलिटी कितनी है? इन सब के बिच आज भी कई व्हिलचेअर डॅा. बाबासाहेब आंबेडकर अभ्यासीका केंद्र मै धूल खाते पडी है , इस संपूर्ण विषय की जांच करने की मांग एडवोकेट स्वप्निल पाटील ने की है !
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