ठाणे: दिनेश मीरचंदानी
विरार क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने एक बड़े आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो मोबाइल टावरों से रेडियो फ्रीक्वेंसी (RR UNIT) मशीनें चुराकर उन्हें अवैध रूप से बेच रहा था। इन मशीनों का उपयोग 5G नेटवर्क में किया जा रहा था, और आरोपियों द्वारा चोरी की गई इन मशीनों की कीमत करोड़ों में है।
गिरफ्तारी और जब्ती:
22 अगस्त 2024 को नालासोपारा में एयरटेल के मोबाइल टावर से 5G नेटवर्क के लिए उपयोग की जा रही एक RR UNIT मशीन चोरी कर ली गई थी। इस चोरी की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने व्यापक जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर, मुंबई, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तारियों में 36 RR UNIT मशीनें, जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपये है, और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए।
आरोपी:
गिरफ्तार अभियुक्तों में शुभम विनायकुमार यादव, शर्वेश रामाभिलाष यादव, चंद्रा सुरेश गुप्ता, नवलाल केवलचंद्र जैन, जाकिर बो. सलीम मलिक, ज़ैद अंदर मलिक और मोहम्मद जुनैद भोज अरिफ मलिक शामिल हैं। इन अभियुक्तों पर आरोप है कि उन्होंने RR UNIT मशीनों के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर इन्हें ऊंची कीमतों पर काले बाजार में बेचा।
गिरोह का काम करने का तरीका:
यह गिरोह पिछले एक साल से विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब और गुजरात से मोबाइल टावरों से उपकरण चुरा रहा था। मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और वसई-विरार क्षेत्रों में भी इस गिरोह की सक्रियता पाई गई। चोरी की गई मशीनों को अवैध रूप से चीन और हांगकांग में बेचा जा रहा था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
पुलिस की इस बड़ी कामयाबी का श्रेय पुलिस आयुक्त श्री. माधुकर पांडे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री. दत्तात्रेय आपटे, उप पुलिस आयुक्त (अपराध) श्री. अविनाश अंबुरे, और उनकी पूरी टीम को जाता है, जिन्होंने त्वरित और सटीक कार्रवाई कर इस बड़े आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त किया।
अधिक जानकारी के लिए:
पुलिस के अनुसार, मामले की जांच अभी जारी है और अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता की पहचान के लिए कार्रवाई की जा रही है। पूरे देश में ऐसे अन्य मामलों का भी पता लगाने की कोशिशें हो रही हैं।
निष्कर्ष:
यह गिरफ्तारी न केवल एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करती है, बल्कि इससे लाखों लोगों के लिए 5G नेटवर्क सेवाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। क्राइम ब्रांच की इस बड़ी कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि कानून का शिकंजा ऐसे अपराधियों पर सख्ती से कसा जाएगा।
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