मुंबई: दिनेश मीरचंदानी
देश के चर्चित IRS अधिकारी समीर वानखेड़े अब राजनीति के मैदान में कदम रखने जा रहे हैं। NCB के प्रमुख पद पर रहते हुए हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करने वाले समीर वानखेड़े ने अब राजनीतिक पारी शुरू करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, वानखेड़े जल्द ही शिंदे गुट से जुड़ने वाले हैं और आगामी चुनाव में हिस्सा लेंगे। यह खबर महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल मचाने वाली मानी जा रही है।
समीर वानखेड़े ने अपने करियर में कई विवादास्पद मामलों को संभाला और हमेशा अपने निडर रवैये के लिए चर्चाओं में बने रहे। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में अपनी सेवा के दौरान उन्होंने बॉलीवुड और अन्य हाई-प्रोफाइल शख्सियतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, जिससे वह सुर्खियों में बने रहे। अब जब वह राजनीति में कदम रख रहे हैं, तो राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी यह पारी शिंदे गुट को मजबूती प्रदान करेगी और महाराष्ट्र की राजनीति का समीकरण बदल सकता है।
शिंदे गुट को होगा फायदा:
वानखेड़े का राजनीतिक प्रवेश शिंदे गुट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। उनकी ईमानदार और निडर छवि जनता के बीच प्रभावशाली मानी जाती है। चुनाव में उनके उतरने से शिंदे गुट को जनता के बीच एक नई पहचान और समर्थन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का अनुमान:
राजनीति के जानकारों का मानना है कि समीर वानखेड़े की एंट्री महाराष्ट्र की राजनीति को नया मोड़ दे सकती है। उनकी प्रशासनिक अनुभव और दबंग छवि उन्हें एक प्रभावशाली नेता बना सकती है, जिससे चुनावी समीकरणों में बड़ा बदलाव संभव है। अब देखना होगा कि वानखेड़े की यह पारी कितनी सफल होती है और इसका शिंदे गुट पर क्या असर पड़ता है।
महाराष्ट्र की राजनीति में यह घटनाक्रम अब चर्चा का विषय बन चुका है, और सभी की निगाहें समीर वानखेड़े की अगली चाल पर टिकी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें