उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर में 11 मई 2025 के दिन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनते हुए भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के वरिष्ठ अधिकारी समीर वानखेडे का भव्य स्वागत किया। भारतीय जनता पार्टी (उल्हासनगर व्यापारी प्रकोष्ठ) के तत्वावधान में शिवाजी चौक, उल्हासनगर-3 पर आयोजित इस सम्मान समारोह में हजारों की संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।
समारोह की शुरुआत समीर वानखेडे द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। उनकी यह श्रद्धांजलि राष्ट्रभक्ति और मराठा गौरव की भावना को प्रबल कर गई। उपस्थित लोगों ने 'जय शिवाजी' और 'जय भारत' के नारों से समारोह स्थल को देशभक्ति के माहौल से भर दिया।
इस अवसर पर भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों और गणमान्य नागरिकों ने भी समीर वानखेडे के प्रशासनिक योगदान की सराहना की। वक्ताओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनके दृढ़ रुख और निष्पक्ष कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए "आदर्श प्रशासक" की उपाधि दी।
समारोह न केवल एक स्वागत कार्यक्रम था, बल्कि यह प्रशासनिक ईमानदारी और राष्ट्रसेवा को जनसमूह द्वारा दिया गया सामूहिक सम्मान था। कार्यक्रम के अंत में शहरवासियों में एक नई ऊर्जा, प्रेरणा और सामाजिक एकता की भावना देखी गई, जो समीर वानखेडे की निष्ठा का प्रत्यक्ष परिणाम रही।
यह आयोजन उल्हासनगर ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए एक सशक्त संदेश बनकर उभरा— कि सत्य और कर्तव्य के मार्ग पर चलने वाले अधिकारियों को समाज न केवल सम्मान देता है, बल्कि उन्हें आदर्श के रूप में स्थापित भी करता है।
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