उल्हासनगर : दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर, 8 अगस्त 2024
उल्हासनगर शहर ने आज अपना 75वां स्थापना दिवस मनाया। यह शहर, जो पहले कल्याण कैम्प के नाम से जाना जाता था, का इतिहास देश के स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा हुआ है। 1947 में सिंध प्रांत से निर्वासित होकर आए लोगों ने यहां एक नए जीवन की शुरुआत की। सिंधी समाज के योगदान से शहर का विकास हुआ और आज यह एक विकसित शहर है, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति का समृद्ध मिश्रण है।
शहर के लोगों में उत्साह है और वे अपनी विविधता और एकता के लिए जाने जाते हैं। उल्हासनगर का इतिहास एक जंगल से नगर तक का सफर है, जिसे देश के पहले शहर के रूप में जाना जाता है जो अपना जन्मदिन मना सकता है।
इस अवसर पर शहर के लोगों ने स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया और शहर के विकास में योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया।
उल्हासनगर की स्थापना 8 अगस्त 1949 को हुई थी और तब से यह शहर लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है। शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और उद्योग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है।
उल्हासनगर के लोगों ने अपने शहर को एक जंगल से नगर में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है और आज यह शहर एक विकसित और समृद्ध शहर है।
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