उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
20 जनवरी के दिन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्हासनगर ने आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया। सामाजिक कार्यकर्ता सुधीर बागुल के नेतृत्व में शुरू हुआ प्लास्टिक मुक्त अभियान, आमरण उपवास के माध्यम से एक बड़ी सफलता में तब्दील हो गया। नेताजी चौक, उल्हासनगर-5 में सुबह से शुरू हुए इस आंदोलन को शहर के कोने-कोने से जबरदस्त समर्थन मिला।
दिनभर में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनीतिक नेताओं और आम जनता ने इस उपवास का समर्थन करते हुए बागुल के प्रयासों की सराहना की। शाम 6 बजे के आसपास उल्हासनगर महानगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारी श्री एकनाथ पवार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मौके पर पहुंचकर सभी मांगों को तत्काल प्रभाव से मान्य किया।
श्री पवार की इस पहल ने न केवल सुधीर बागुल के उपवास को सफल बनाया, बल्कि उल्हासनगर को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। इस मौके पर सुधीर बागुल ने उपवास समाप्त करते हुए सभी समर्थकों और नागरिकों का आभार प्रकट किया।
यह जीत केवल सुधीर बागुल की नहीं, बल्कि पूरे शहर की है। उल्हासनगर का यह कदम अन्य शहरों के लिए एक प्रेरणा बनेगा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नई दिशा दिखाएगा। प्लास्टिक मुक्त शहर बनने के इस प्रयास से भविष्य में उल्हासनगर का पर्यावरण और स्वच्छता स्तर दोनों में सुधार होगा, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर जीवन शैली का मार्ग प्रशस्त करेगा।
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