उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
शहर में ईगल इंफ्रा कंपनी की लापरवाही ने स्थानीय नागरिकों की जिंदगी दुश्वार कर दी है। माता मंदिर बेफिक्री चौक और सिरू चौक के आसपास की सड़कें महीनों से खुदी पड़ी हैं, लेकिन अब तक मरम्मत नहीं की गई है। जल आपूर्ति लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लगातार पानी बह रहा है और सड़कें दलदल में तब्दील हो गई हैं। इस जलभराव और कीचड़ के कारण कई वाहन फिसल चुके हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
धूल, गड्ढे और जलभराव से नागरिक त्रस्त
स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क किनारे बड़े पैमाने पर मलबा पड़ा हुआ है, जिससे धूल का गुबार उठता रहता है। इससे न केवल स्वच्छता प्रभावित हो रही है, बल्कि लोगों को सांस की बीमारियों का भी खतरा बढ़ रहा है। "हर रोज़ हमें धूल और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही," एक स्थानीय निवासी ने बताया।
न सुरक्षा इंतजाम, न मरम्मत कार्य में कोई तेजी
हैरानी की बात यह है कि ना तो खुदाई के बाद बैरिकेडिंग की गई है और ना ही कोई सुरक्षा इंतजाम हैं। नागरिकों का कहना है कि कंपनी ने सड़कें खोद दीं और उसके बाद उन्हें महीनों तक वैसे ही छोड़ दिया, जिससे स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
ईगल इंफ्रा कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की मांग
नागरिकों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि ईगल इंफ्रा कंपनी को न केवल उल्हासनगर से, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और भारत से ब्लैकलिस्ट किया जाए। इस तरह की लापरवाही आम जनता के जीवन के लिए खतरा बन रही है। अगर जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो नागरिक बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
शहर के लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर प्रशासन कब जागेगा? क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है? इस लापरवाही के खिलाफ जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो नागरिक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
क्या प्रशासन कार्रवाई करेगा या जनता को ऐसे ही परेशानी झेलनी पड़ेगी?
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें