(फाइल इमेज)
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
शहर में अवैध डांस बारों की बढ़ती संख्या और उनमें कथित रूप से अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी युवतियों के नृत्य करने की खबरों ने स्थानीय जनता में गहरी चिंता पैदा कर दी है। सूत्रों के अनुसार, कई डांस बार बिना किसी वैध अनुमति के संचालित हो रहे हैं, जहां संदिग्ध पहचान वाली युवतियों को नचाया जा रहा है। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुलिस ने इन युवतियों के पैन कार्ड, आधार कार्ड और अन्य वैध दस्तावेजों की जांच की है या नहीं?
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में सख्ती दिखानी चाहिए और सभी डांस बारों की गहन जांच करनी चाहिए। बताया जा रहा है कि कुछ डांस बारों में अवैध गतिविधियों का संचालन भी हो रहा है, जिससे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने अब तक इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अगर इन आरोपों में सच्चाई है, तो यह सुरक्षा के लिहाज से एक गंभीर मसला बन सकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह तुरंत कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि कोई भी अवैध प्रवासी बिना उचित दस्तावेजों के शहर में न रह सके।
अब देखना यह होगा कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन इस मुद्दे को कितनी गंभीरता से लेते हैं और क्या अवैध डांस बारों पर नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठाते हैं या नहीं।
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