(फाइल इमेज)
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर शहर के इंटीरियर डिजाइनरों पर जीएसटी और आयकर विभाग की कड़ी नजर है। सूत्रों के अनुसार, कुछ बड़े इंटीरियर डिजाइनरों पर टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं, जिसके चलते वे जांच के घेरे में आ गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, जीएसटी और इनकम टैक्स विभाग को संदेह है कि ये व्यवसायी अपनी वास्तविक आय को छुपाकर टैक्स देनदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। हाल के दिनों में अधिकारियों ने कई प्रतिष्ठित इंटीरियर डिजाइनिंग फर्मों और स्वतंत्र पेशेवरों के वित्तीय रिकॉर्ड की गहन जांच शुरू की है।
सूत्र बताते हैं कि कुछ इंटीरियर डिजाइनरों के खिलाफ कर चोरी की शिकायतें मिलने के बाद, विभाग ने उनके बैंक खातों, व्यवसायिक लेन-देन और संपत्तियों की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। यदि ठोस प्रमाण मिलते हैं, तो जल्द ही छापेमारी या कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
टैक्स नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई
विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी और आयकर कानूनों का पालन न करने पर न केवल भारी जुर्माना लग सकता है, बल्कि कानूनी कार्यवाही भी हो सकती है। अधिकारियों ने व्यापारियों को वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने और कर नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी है।
आगे की कार्रवाई जांच के निष्कर्षों पर निर्भर करेगी। व्यापार जगत और आम जनता की नजर अब विभाग की आगामी कार्यवाहियों पर टिकी हुई है।
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