सियासत
ठाणे: दिनेश मीरचंदानी
दिनांक 20 अप्रैल 2025 को कल्याण (पूर्व) चिकनपाडा क्षेत्र में हुए भीषण अग्निकांड में पांच मंजिला इमारत की छत गिरने से छह व्यक्तियों की दर्दनाक मृत्यु हो गई। इस दुखद घटना में सुशील नारायण गुजर, नम्रता श्रीकांत शेलार, प्रतिभा कालेधरन साहू, सुनीता निलकंठ साहू, बैंकर चव्हाण और सुजाता मनाला पाखी की मौत हुई।
राज्य सरकार द्वारा इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री सहायता निधि से मृतकों के परिजनों को ₹5,00,000 प्रति मृतक, कुल ₹30,00,000 (तीस लाख रुपये) की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। यह सहायता सीधे संबंधित परिजनों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी।
इस सहायता की प्रक्रिया के अंतर्गत संबंधित परिजनों के नाम, बैंक खाते और आधार संख्या के दस्तावेज मुख्यमंत्री कार्यालय को प्राप्त हो चुके हैं। निधि की राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, फोर्ट ब्रांच, मुंबई से संबंधित खातों में भेजी जाएगी।
सहायता निधि स्वीकृति का यह पत्र दिनांक 11 जून 2025 को जारी किया गया है, जिसे सह कक्ष प्रमुख तथा कक्ष अधिकारी श्री शरद घावटे ने हस्ताक्षरित किया।
इस सराहनीय पहल के माध्यम से सरकार ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य नागरिकों के साथ हर संकट की घड़ी में खड़ा है। पीड़ितों के परिवारों को यह सहायता एक छोटी सी राहत जरूर देगी, लेकिन सरकार की संवेदनशीलता और तत्परता का प्रमाण भी है।
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
प्रसिद्ध सामाजिक और पत्रकारिता संस्थान उल्हास जनपथ के संपादक शिव कुमार मिश्रा के जन्मदिवस और पत्रिका की 10वीं वर्धापन वर्षगांठ के शुभ अवसर पर उल्हास जनपथ कार्यालय में एक भव्य सेवा एवं वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरते हुए सैकड़ों लोगों को अत्यावश्यक सामग्री वितरित की गई।
कार्यक्रम के तहत:
सैकड़ों जरूरतमंद बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाले स्कूल बैग, नोटबुक और पेंसिल सेट प्रदान किए गए, जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य सशक्त हो सके।
वंचित महिलाओं को राशन सामग्री किट वितरित की गई, जिससे उनके परिवार की दैनिक जरूरतों में राहत मिले।
वरिष्ठ नागरिकों को आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए छत्री (छाता) वितरित की गई।
और विशेष रूप से छात्राओं (बच्चियों) को सायकिलें दी गईं, जिससे वे अपनी शिक्षा यात्रा को सुगम और सुरक्षित बना सकें।
इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, गणमान्य नागरिकों तथा स्थानीय निवासियों ने सहभागिता की और इस पुनीत कार्य की सराहना की। आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि उल्हास जनपथ न केवल पत्रकारिता का एक सशक्त माध्यम है, बल्कि समाजसेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
संपादक शिव कुमार मिश्रा ने इस अवसर पर कहा, "पत्रकारिता केवल खबरों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, उसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना भी होना चाहिए। यह आयोजन उसी सोच की एक झलक है।"
उल्लेखनीय है कि उल्हास जनपथ ने अपनी पत्रकारिता यात्रा में एक दशक पूरा कर लिया है और इस मौके को समाजसेवा से जोड़कर एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर महानगरपालिका के टैक्स विभाग में हाल के तबादलों और प्रशासनिक उपेक्षा के चलते आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रीमती नीलम कदम के तबादले या छुट्टी पर जाने के बाद से विभाग का कामकाज लगभग ठप हो गया है, जिससे प्रॉपर्टी नाम परिवर्तन (चेंज ऑफ नेम) और अन्य कर संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
प्रशासनिक उथल-पुथल से नागरिक बेहाल
सूत्रों के अनुसार, श्रीमती नीलम कदम के स्थान पर श्रीमती मयूरी कदम को टैक्स विभाग का प्रभार सौंपा गया था, लेकिन लगभग एक महीने बीत जाने के बाद भी उन्होंने नागरिकों के काम शुरू नहीं किए हैं। इसके अलावा, विभाग में अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के भी तबादले हुए हैं, जिससे कार्यवाही और धीमी हो गई है।
नागरिकों की बढ़ती नाराजगी
आवासीय और वाणिज्यिक संपत्ति मालिकों का कहना है कि वे लंबे समय से महानगरपालिका के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनके महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। "हमारे जरूरी काम अटके हुए हैं, और कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा। यह प्रशासनिक लापरवाही है," एक नागरिक ने नाराजगी जताई।
महानगरपालिका से मांग: तुरंत हस्तक्षेप करें
स्थानीय निवासियों और व्यवसायियों ने महानगरपालिका प्रशासन से मांग की है कि वह तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे और टैक्स विभाग की कार्यप्रणाली को सुचारु बनाए। उनका कहना है कि लंबे समय तक काम रुके रहने से न केवल उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकारी प्रक्रियाओं में विश्वास भी कमजोर हो रहा है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
जब इस मामले में महानगरपालिका के वरिष्ठ अधिकारियों से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कोई स्पष्ट बयान देने से परहेज किया। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि जल्द ही विभाग में नई नियुक्तियां की जा सकती हैं ताकि कामकाज फिर से शुरू हो सके।
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर के गोल मैदान से लेकर चोपड़ा कोर्ट रोड तक फैली मोबाइल दुकानों की आड़ में चल रही कथित ड्रग्स तस्करी का एक सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, दीपक नामक शख्स की भूमिका इस गिरोह में केंद्रीय मानी जा रही है। उसकी मोबाइल दुकान से मादक पदार्थों की आवाजाही की आशंका पर मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दुकान के मालिक को हिरासत में ले लिया है।
गौर करने वाली बात यह है कि उक्त दुकान मालिक पहले से ही iPhone चोरी के मामले में आरोपी है और फिलहाल जमानत पर बाहर है। अब ड्रग्स तस्करी में उसकी संलिप्तता ने जांच एजेंसियों की चिंता और भी बढ़ा दी है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जांच में यह भी सामने आया है कि दीपक के संबंध उल्हासनगर के कई प्रतिष्ठित और रसूखदार परिवारों के युवकों से हैं। यह संकेत दे रहा है कि यह रैकेट केवल एक दुकान या व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार समाज के ऊपरी तबकों तक जुड़े हो सकते हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इन बड़े घरानों के बच्चों पर भी जल्द ही कानूनी शिकंजा कसेगा।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर IRS अधिकारी समीर वानखेड़े ने कड़ा संदेश देते हुए उल्हासनगर के युवाओं से अपील की है:
“ड्रग्स की गिरफ्त में आकर अपनी जिंदगी बर्बाद न करें। एक बार इस दलदल में फंसे, तो बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो जाता है। यह न केवल आपके भविष्य को अंधकार में ले जाएगा, बल्कि आपके परिवार और समाज को भी झकझोर देगा।”
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि मादक पदार्थों की तस्करी और खपत के पीछे कौन-कौन से बड़े चेहरे और संरचनाएं काम कर रही हैं, और क्या जांच एजेंसियां उन तक पहुंच पाएंगी?
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर महानगरपालिका के सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) में करोड़ों रुपये के फर्जी बिल घोटाले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, इस पूरे घोटाले की कमान "शंकर" नामक एक व्यक्ति के हाथ में है, जो वर्षों से पीडब्ल्यूडी विभाग के भीतर जाली बिल तैयार कर करोड़ों का गोरखधंधा चला रहा है।
हैरानी की बात यह है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में पीडब्ल्यूडी के कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं, जो शंकर को फर्जी बिलों के बदले 3% कमीशन देते हैं। घोटाले का यह नेटवर्क ठेकेदारी कार्यों के नाम पर सरकारी धन की खुलकर लूट कर रहा है।
🔍 ऑफिस की जांच से खुल सकते हैं कई राज़
विश्वसनीय सूत्रों का दावा है कि शंकर के कार्यालय की यदि निष्पक्ष और गहराई से जांच की जाए, तो वहां दो नंबर के भारी मात्रा में बिल, नकली दस्तावेज और अवैध लेनदेन के सबूत मिल सकते हैं। कुछ का मानना है कि शंकर का दफ्तर मनपा परिसर के आसपास ही था, लेकिन हाल ही में उसने अपने ठिकाने को गोपनीय रूप से अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया है।
⚠️ जनता में आक्रोश, जांच की मांग तेज
इस गंभीर घोटाले को लेकर उल्हासनगर के नागरिकों और सामाजिक संगठनों में तीव्र आक्रोश देखा जा रहा है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए और दोषियों को बिना राजनीतिक दबाव के सख्त से सख्त सजा दी जाए।
🏛️ सरकारी धन की खुली लूट पर उठे सवाल
मनपा में पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन इस बार का मामला बेहद संगठित और बड़े पैमाने पर है। यदि समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह घोटाला उल्हासनगर की आर्थिक स्थिरता और आम नागरिकों के विश्वास को गहरा झटका दे सकता है।
इस मामले पर अब सभी की नजरें प्रशासन और जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या दोषियों पर गिरेगी गाज, या फिर एक और घोटाला दबा दिया जाएगा?
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा फेरबदल सामने आ सकता है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के बहुचर्चित कालानी परिवार जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकता है। इस संभावित राजनीतिक कदम को लेकर पार्टी के भीतर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं।
इस हाई-प्रोफाइल प्रवेश में रविंद्र चौहान कार्यकारी अध्यक्ष (बीजेपी महाराष्ट्र), श्वेता शालिनी (भाजपा नेता), संतोष पांडे और संजय सिंह (चाचा) की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। ये चारों नेता लगातार संवाद और समन्वय में जुटे हुए हैं, जिससे कालानी परिवार की पार्टी में एंट्री को सफल और रणनीतिक रूप से सुदृढ़ बनाया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस कदम को हरी झंडी दे दी है, जिससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि पार्टी इस फैसले को लेकर पूरी तरह गंभीर और तैयार है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कालानी परिवार का भाजपा में प्रवेश उल्हासनगर और आसपास के क्षेत्रों में पार्टी के प्रभाव को और मजबूत करेगा। साथ ही यह कदम उल्हासनगर महानगर पालिका चुनावों में भाजपा की रणनीति को नई दिशा दे सकता है।
फिलहाल, आधिकारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन पार्टी और राजनीतिक गलियारों में यह विषय चर्चा का केंद्र बन चुका है। यदि सब कुछ योजना अनुसार चलता है, तो आने वाले दिनों में भाजपा में एक बड़ा चेहरा शामिल हो सकता है।
Advertisement
Most Reading
-
ट्रेनी IAS अफसर रही पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली कोर्ट ने खारिज कर दी है। पटियाला हाउस कोर्ट ने गुरुवार 1 अगस्त को दिल्ली पुलि...
-
राज्य सरकारें अब अनुसूचित जाति, यानी SC के रिजर्वेशन में कोटे में कोटा दे सकेंगी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (1 अगस्त) को इस बारे में बड़ा फैस...
-
महाराष्ट्र : दिनेश मीरचंदानी महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, जैसा कि सूत्रों से पता चला है कि आयुष्मान भारत मिशन महाराष्...
-
मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे मंगलवार को अपनी पत्नी रश्मी और विधायक पुत्र आदित्य ठाक...
-
अमेजन इंडिया के कंट्री हेड मनीष तिवारी ने इस्तीफा दे दिया है। कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने मनीष के इस्तीफे की पुष्टि की है। रिपोर्ट्स के मुताब...















