मुंबई : दिनेश मीरचंदानी
बॉम्बे हाई कोर्ट ने अक्षय शिंदे के एनकाउंटर मामले में पुलिस की कहानी पर सवाल उठाए हैं। अदालत ने पूछा है कि अक्षय शिंदे द्वारा कथित तौर पर फायर किए गए तीन गोलियों में से दो गोलियां कहां गईं? यह मानना मुश्किल है कि अक्षय शिंदे ने पुलिस की पिस्तौल छीनकर फायर किया, क्योंकि इसके लिए काफी ताकत की जरूरत होती है।
अक्षय शिंदे पर बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का आरोप था। वह एक स्कूल में स्वीपर के रूप में काम करता था। इस मामले में अक्षय शिंदे के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने अपने बेटे की मौत की जांच के लिए स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की मांग की है।
अदालत ने पुलिस से पूछा है कि उन्होंने अक्षय शिंदे को पहले ओवरपावर करने की कोशिश क्यों नहीं की, बल्कि सीधे गोली चला दी। यह सवाल अदालत की ओर से पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाता है और मामले की गहराई से जांच की मांग करता है।

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