ठाणे: दिनेश मीरचंदानी
प्रहार जनशक्ति पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल व राष्ट्र कल्याण पार्टी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू होने जा रहा है। विभिन्न सरकारी विभागों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ तीन प्रमुख आंदोलनों की घोषणा की गई है, जिसमें संबंधित विभागों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
घोषित आंदोलन इस प्रकार हैं:
1. नगररचना विभाग के खिलाफ ऐतिहासिक प्रदर्शन:
16 दिसंबर 2024 को उमा नगररचना विभाग के खिलाफ निदेशक कार्यालय, पुणे में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और शहर की योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई हैं।
2. दिव्यांग कल्याणकारी विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन:
दिव्यांगों के कल्याण के लिए बने सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद पार्टी ने पुणे स्थित दिव्यांग कल्याणकारी विभाग के कार्यालय पर जोरदार आंदोलन की योजना बनाई है। पार्टी का कहना है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं में भारी अनियमितता की गई है।
3. पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्रवाई की मांग:
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) में भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत पेश करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस उपेक्षा के खिलाफ पार्टी ने महासंचालक भ्रष्टाचार निरोधक विभाग, वरली कार्यालय के बाहर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
प्रहार पार्टी व राष्ट्रकल्याण पार्टी की कड़ी चेतावनी:
प्रहार जनशक्ति पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटिल व राष्ट्र कल्याण पार्टी के शैलेश तिवारी जी ने साफ शब्दों में कहा, “हम इन विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। हमारी ओर से तमाम दस्तावेजी सबूत पेश किए जा चुके हैं, लेकिन संबंधित विभागों की ओर से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में पार्टी को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा।”
एडवोकेट स्वप्निल पाटिल ने यह भी कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक भ्रष्ट अधिकारियों और विभागों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। प्रहार जनशक्ति पार्टी ने जनता से भी अपील की है कि वे इन आंदोलनों में शामिल होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करें।
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