मुंबई: दिनेश मीरचंदानी
युवाओं में बढ़ती नशे की लत और अमली पदार्थों के सेवन की गंभीर समस्या से निपटने के लिए, सांसद रविंद्र वायकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र को नशामुक्त बनाने का ऐतिहासिक संकल्प लिया है। इस दिशा में "नशामुक्ति जनजागृति अभियान" का भव्य शुभारंभ 2 जनवरी को शाम 6 बजे झूला मैदान, जोगेश्वरी (पूर्व) में हुआ।
प्रमुख हस्तियां रहीं उपस्थित
इस अभियान की शुरुआत को विशेष बनाने के लिए कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमें डीजीटीएस के अतिरिक्त संचालक समीर वानखडे, पुलिस उपायुक्त सचिन गुंजाळ, मेघवाड़ी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी, और नशाबंदी मंडल, महाराष्ट्र राज्य की सरचिटणीस वर्षा विद्या विलास प्रमुख रहे। इनके मार्गदर्शन और सहयोग से इस अभियान को सफल बनाने की योजना तैयार की गई है।
बढ़ती समस्या से निपटने का प्रयास
मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में हाल के वर्षों में अमली पदार्थों की बिक्री और सेवन में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। खासकर युवाओं पर इस समस्या का गहरा असर पड़ा है। इसे ध्यान में रखते हुए, सांसद रविंद्र वायकर ने समाज में जागरूकता फैलाने और नशे की जड़ें खत्म करने का निर्णय लिया है।
नशामुक्त समाज का निर्माण लक्ष्य
इस अभियान का उद्देश्य न केवल नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना है, बल्कि युवाओं को इस बुरी आदत से बाहर निकालकर एक स्वस्थ और प्रगतिशील समाज का निर्माण करना है। आयोजनकर्ताओं ने आम जनता, विशेषकर युवाओं और उनके परिवारों से इस पहल में सक्रिय भागीदारी की अपील की है।
आम जनता से जुड़ने की पहल
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने नशे के खतरे पर अपने विचार साझा किए और इसके समाधान के लिए अपने सुझाव भी दिए। क्षेत्र के नागरिकों ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए सहयोग का आश्वासन दिया।
भविष्य की योजनाएं
यह अभियान केवल एक कार्यक्रम तक सीमित नहीं रहेगा। सांसद वायकर ने घोषणा की है कि आने वाले महीनों में क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में नशामुक्ति को लेकर जागरूकता अभियान, सेमिनार, और काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे।
नशामुक्ति जनजागृति अभियान ने एक बड़े सामाजिक बदलाव की नींव रखी है, जो मुंबई के भविष्य को एक नई दिशा दे सकता है। यह पहल न केवल क्षेत्र को नशामुक्त करेगी बल्कि अन्य स्थानों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।
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