सूरत: दिनेश मीरचंदानी
छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता, असाधारण सैन्य रणनीति और स्वराज्य के प्रति उनके दृढ़ संकल्प को श्रद्धांजलि देने हेतु 2 फरवरी 2025 को सूरत में एक भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष कार्यक्रम के माध्यम से उनकी ऐतिहासिक सूरत स्वराज्य मुहिम को सम्मानित किया जाएगा, जिसमें उन्होंने मुगल शासन के खिलाफ सशक्त अभियान छेड़ा था।
इस आयोजन में देशभर से इतिहासकार, शोधकर्ता, विद्वान, सैन्य विशेषज्ञ और सम्माननीय अतिथि शामिल होंगे, जो शिवाजी महाराज के युद्ध कौशल, प्रशासनिक नीतियों और राष्ट्र निर्माण में उनके अभूतपूर्व योगदान पर विस्तृत चर्चा करेंगे। कार्यक्रम में विशेष रूप से ऐतिहासिक प्रदर्शनी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और संवाद सत्र का आयोजन किया जाएगा, ताकि युवा पीढ़ी को उनकी गौरवशाली विरासत से अवगत कराया जा सके।
सांस्कृतिक गौरव और ऐतिहासिक महत्ता पर जोर
कार्यक्रम के दौरान शिवकालीन पराक्रम की झलकियां, स्वराज्य संघर्ष की गाथाएं और छत्रपति शिवाजी महाराज के नेतृत्व में हुए ऐतिहासिक अभियानों का सजीव चित्रण किया जाएगा। इसके अलावा, शोधकर्ताओं द्वारा उनकी युद्धनीति, कूटनीतिक नीतियों और उनके द्वारा स्थापित प्रशासनिक तंत्र पर विशेष प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी, जिससे उनकी दूरदर्शिता और रणनीतिक कौशल पर रोशनी डाली जाएगी।
शिवाजी महाराज की विरासत को जीवंत रखने का संकल्प
आयोजन समिति के अनुसार, यह कार्यक्रम शिवाजी महाराज की गौरवशाली परंपरा और स्वराज्य की भावना को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। आयोजकों ने कहा कि यह न केवल इतिहास को समझने का अवसर होगा, बल्कि वर्तमान और भविष्य में राष्ट्रवाद व नेतृत्व कौशल को प्रेरित करने की दिशा में भी एक सशक्त कदम होगा।
इस आयोजन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है, और इसे इतिहास की विरासत को संजोने और राष्ट्रप्रेम की भावना को सशक्त बनाने के लिए एक ऐतिहासिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
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