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पैनल नंबर 11 में बड़ा राजनीतिक मोड़ — दिलीप अच्छरा के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा तेज!


उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर महानगर पालिका चुनाव 2025 को लेकर शहर का राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर पर पैनल नंबर 11 में राजनीतिक हलचल चरम पर है, जहाँ स्थानीय नागरिकों के बीच रवि हाउसिंग एजेंसी के संचालक और समाजसेवी दिलीप अच्छरा का नाम तेजी से उभर रहा है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि इस बार जनता ऐसे उम्मीदवार को देखना चाहती है जिसकी छवि साफ-सुथरी हो, जो क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता देकर समाधान करने की क्षमता रखता हो।

जानकारी के अनुसार, पैनल नंबर 11 के बड़ी संख्या में रहवासी यह मानते हैं कि लंबे समय से कुछ सीमित और पुराने चेहरे चुनावी मैदान में दिखाई देते रहे हैं, जबकि अब बदलते दौर में क्षेत्र को नए और सक्षम नेतृत्व की आवश्यकता है। इसी वजह से लोगों का विश्वास और समर्थन दिलीप अच्छरा की ओर झुकता हुआ नज़र आ रहा है, जिन्हें सरल स्वभाव, मिलनसार व्यक्तित्व और समाजसेवा में सक्रिय भूमिका के लिए जाना जाता है।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, ऐसा भी माना जा रहा है कि आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिलीप अच्छरा को संभावित उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार सकती है। हालांकि, इस संभावित चुनावी यात्रा पर अभी तक न तो पार्टी की ओर से और न ही दिलीप अच्छरा की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा की गई है।

अब कई अहम सवाल चर्चा में:

क्या दिलीप अच्छरा आगामी चुनाव में आधिकारिक रूप से उतरने के लिए तैयार होंगे?

क्या BJP उन्हें टिकट देकर पैनल नंबर 11 में नया राजनीतिक समीकरण तैयार करेगी?

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दिलीप अच्छरा चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो पैनल नंबर 11 में मुकाबला इस बार काफी रोमांचक और निर्णायक हो सकता है, क्योंकि जनता में बदलाव की लहर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।













उल्हासनगर-3 के महाराष्ट्र राज्य पीडब्ल्यूडी डिवीजन-बी में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर.! जूनियर इंजीनियर अनिल पर ठेकेदारों से अवैध वसूली, करोड़ों की संपत्ति और प्रभावशाली संरक्षण के आरोप.!


उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर-3 स्थित लोकनिर्माण विभाग (PWD) के डिवीजन-बी कार्यालय में कार्यरत एक जूनियर इंजीनियर अनिल (उपनाम बदल दिया गया) पर गंभीर भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और अघोषित संपत्ति अर्जित करने के आरोप सामने आए हैं। विभागीय सूत्रों और स्थानीय ठेकेदारों के अनुसार, यह अधिकारी लंबे समय से ठेकेदारों को विभिन्न प्रोजेक्ट्स के कामकाज में अनावश्यक अड़चनें डालकर “लेन-देन” के नाम पर वसूली करता रहा है।

जानकारी के अनुसार, अनिल नामक यह इंजीनियर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कार्यादेशों, बिलों की मंजूरी और भुगतान प्रक्रिया को रोककर ठेकेदारों से पैसों की मांग करता था। ठेकेदारों के अनुसार, जो लोग उसकी मांगों को पूरा नहीं करते, उनके कामों में जानबूझकर अड़चनें डाली जाती थीं।

सूत्रों का दावा है कि उक्त अधिकारी ने पिछले कुछ वर्षों में अघोषित संपत्ति का विशाल जाल खड़ा कर लिया है, जिसमें शहर और आसपास के इलाकों में कई फ्लैट्स, भूखंड, और अन्य निवेश शामिल हैं। बताया जाता है कि वह अपने प्रभावशाली राजनीतिक और प्रशासनिक संपर्कों का हवाला देकर अकसर कहता है — “मेरी ऊपर तक पहुंच है, कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”

अब यह मामला एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (IT) और अन्य डिपार्टमेंट के रडार पर आ गया है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही इस इंजीनियर की आय और संपत्तियों की जांच शुरू की जा सकती है। साथ ही, विभागीय स्तर पर भी विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करने और कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

वहीं, पीडब्ल्यूडी मुख्यालय और राज्य सरकार के उच्च अधिकारी इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से समीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान या सफाई जारी नहीं की गई है।

स्थानीय राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि यदि इन आरोपों की पुष्टि होती है, तो यह मामला उल्हासनगर पीडब्ल्यूडी इतिहास का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला साबित हो सकता है।













उल्हासनगर महानगरपालिका के कई विभागों के अधिकारी एंटी करप्शन के रडार पर..!

उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर महानगरपालिका (UMC) में भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने अपनी निगरानी तेज कर दी है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, उल्हासनगर महानगर पालिका के कई प्रमुख विभागों — विशेषकर भवन निर्माण, कर वसुली, जल आपूर्ति, स्वच्छता विभाग, लोक निर्माण विभाग(PWD) और अन्य कई विभाग— के अधिकारी एसीबी के रडार पर आ गए हैं।

पिछले कुछ महीनों से उल्हासनगर महानगर पालिका में बड़े पैमाने पर अवैध लेनदेन, टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता, तथा बिल पास करने में कथित कमीशनखोरी की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं। इन शिकायतों की प्राथमिक जांच के बाद एसीबी ने संबंधित विभागों की गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखनी शुरू कर दी है।

सूत्र बताते हैं कि कुछ मामलों में अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों से प्रतिशत के रूप में रिश्वत लेने और कार्यों की फाइलों में जानबूझकर देरी करने जैसी प्रथाओं की भी पुष्टि हुई है। एसीबी अब इन मामलों में ठोस सबूत इकट्ठा करने में जुटी है, जिसके बाद बड़ी कार्रवाई की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

उल्हासनगर के नागरिकों में भी इस कार्रवाई को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार के जाल में उलझे अधिकारी बेनकाब होंगे और उल्हासनगर महानगर पालिका की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लौटेगी।

सूत्रों का दावा: “आने वाले दिनों में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर छापेमारी या पूछताछ की कार्रवाई संभव है।”

👉 यह खबर उल्हासनगर की प्रशासनिक दुनिया में हलचल पैदा करने वाली साबित हो सकती है।

शिकायत दर्ज करने के लिए संपर्क कर सकते हैं।

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Anti-Corruption Bureau (ACB) Maharashtra:

Phone: 24954826, 24921212

Email: acbwebmail@mahapolice.gov.in

Online Complaint Portal: ACB Maharashtra's online complaint portal












उल्हासनगर के कैम्प-3 में देर रात तोड़फोड़ की बड़ी वारदात! कई वाहनों को निशाना बनाया गया


 



उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर के कैम्प-3 स्थित भाऊ गोप बहरानी चौक पर बीती रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने उत्पात मचाया। मौके पर खड़ी लगभग 7–8 कारों, एक टेम्पो और करीब 15–20 मोटरसाइकिलों में तोड़फोड़ की गई, जिससे वाहनों को भारी नुकसान हुआ है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना देर रात की है जब क्षेत्र में सन्नाटा था। आसपास के लोगों ने सुबह वाहनों की टूटी-फूटी हालत देखकर पुलिस को सूचना दी।

स्थानीय नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जाए, ताकि इन समाजकंटकों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

निवासियों का कहना है कि यह घटना क्षेत्र की शांति भंग करने की कोशिश है और अगर दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं।

पुलिस प्रशासन से अपील की गई है कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर कठोर सज़ा दी जाए, ताकि आगे ऐसी नुकसानदायक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।













उल्हासनगर से 9 वर्षीय बच्ची लापता: पुलिस और परिवार ने नागरिकों से मदद की अपील।


 

उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

उल्हासनगर-1 के आज़ाद नगर क्षेत्र से 9 वर्षीय खुशी सुखमिलाल गौतम नामक बालिका के लापता होने का मामला सामने आया है। यह बच्ची 13 अक्टूबर 2025 से घर से गायब है, जिसके बाद से परिजन और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रहे हैं।

परिवार के अनुसार, खुशी उस दिन बिना किसी को बताए घर से बाहर निकली और अब तक वापस नहीं लौटी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि खुशी अक्सर अपना नाम बदलकर बताती है और लोगों से कहती है कि उसके माता-पिता नहीं हैं, जिससे उसकी पहचान में कठिनाई आ रही है।

उल्हासनगर पुलिस ने नागरिकों से इस बच्ची की तलाश में सहयोग की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को यह बच्ची दिखाई देती है, तो तुरंत नीचे दिए गए नंबरों पर संपर्क करें—

पोलीस उपनिरीक्षक पोपट नवले: 📞 9922174516 / 0251-2710005

खुशी के पिता सुखमिलाल गौतम: 📞 7768857332

पुलिस और परिवार का कहना है कि — आपकी एक कॉल एक मासूम बच्ची को उसके घर तक पहुँचाने में मददगार साबित हो सकती है।

फिलहाल पुलिस टीम ने आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि यदि किसी को खुशी के बारे में कोई भी जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।














उल्हासनगर में तड़ीपार गुंडों ने यूट्यूब पत्रकार और उनके भाई पर तलवार से किया जानलेवा हमला।


 



उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

महाराष्ट्र के उल्हासनगर शहर में कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए तड़ीपार गुंडों ने एक यूट्यूब पत्रकार और उनके भाई पर जानलेवा हमला किया है। यह सनसनीखेज वारदात शुक्रवार रात को उल्हासनगर कैंप नंबर 5 इलाके में हुई, जहाँ यूट्यूब चैनल 'डेली पेज' के पत्रकार संदीप सिंह और उनके भाई को निशाना बनाया गया।

खबर की रंजिश में हमला:
यह हमला तड़ीपार घोषित गुंडों करण और अर्जुन विटेकर ने पत्रकार संदीप सिंह द्वारा उनके खिलाफ चैनल पर खबर प्रसारित करने की रंजिश में किया। गुंडों ने धारदार तलवारों से दोनों भाइयों पर बेरहमी से वार किए। हमले में पत्रकार संदीप सिंह को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि उनके भाई का हाथ तलवार के वार से कट गया है। गंभीर रूप से घायल दोनों भाइयों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पुलिस कार्रवाई और रोष:
घटना को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी करण और अर्जुन विटेकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हिललाइन पुलिस स्टेशन में चार आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास (Attempt to Murder) सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है।

तड़ीपार गुंडों द्वारा एक पत्रकार पर किए गए इस नृशंस हमले से स्थानीय पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा रोष है। इस घटना ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके चलते पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और क्षेत्र से गुंडागर्दी खत्म करने की मांग तेज़ हो गई है। पुलिस ने जल्द ही सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।




















उल्हास जनपथ द्वारा जरूरतमंदों के बीच दिवाली की खुशियाँ बाँटीं संपादक शिव कुमार मिश्रा की पहल पर साड़ी, मिठाई, गिफ्ट और पटाखों का वितरण।


 





उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी 

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उल्हास जनपथ कार्यालय, जो कि उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 3 स्थित इंदिरा गांधी गार्डन के सामने स्थित है, में दिवाली के पावन अवसर पर जरूरतमंद परिवारों के बीच खुशियाँ बाँटने का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर उल्हास जनपथ के संपादक शिव कुमार मिश्रा की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत महिलाओं, बहनों और बच्चों को दिवाली की भेट दी गई।

कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को साड़ी, मिठाई और उपहार, बहनों को सुंदर ड्रेस, मिठाई और गिफ्ट, जबकि बच्चों को पटाखे और मिठाई देकर उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरी गई।

दिवाली के इस शुभ पर्व पर मिश्रा ने कहा कि “दूसरों के जीवन में खुशियाँ बाँटना ही सच्ची दिवाली है।” उन्होंने समाज के सक्षम लोगों से भी अपील की कि वे जरूरतमंदों की सहायता कर इस पर्व को और अधिक अर्थपूर्ण बनाएं।

इस आयोजन में उल्हास जनपथ परिवार के सदस्य, स्थानीय नागरिक और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

पूरा माहौल उत्साह, अपनापन और प्रकाश से जगमगाता रहा — जैसे मानो पूरे समाज ने एक साथ “सबकी दिवाली – खुशियों वाली दिवाली” मनाई हो।