मुंबई: दिनेश मीरचंदानी
महाराष्ट्र में ड्रग्स के बढ़ते खतरे पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा संदेश दिया है। राज्य में अब ड्रग्स से जुड़े मामलों में पुलिसकर्मियों पर भी "जीरो टॉलरेंस" नीति लागू होगी। सीएम फडणवीस ने स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मी ड्रग तस्करी या इससे जुड़े अपराधों में शामिल पाया जाता है, तो उसे सिर्फ निलंबित नहीं, बल्कि सीधे बर्खास्त कर दिया जाएगा।
ड्रग्स माफिया के खिलाफ अब 'सर्जिकल स्ट्राइक'
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि "ड्रग्स का कारोबार समाज को खोखला कर रहा है, और इसे खत्म करने के लिए अब हम सख्त कार्रवाई करेंगे।" उन्होंने पुलिस विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ड्रग्स के मामलों में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई अपराधी हो या खुद कोई पुलिसकर्मी।
राज्य सरकार की इस नई नीति के तहत पुलिस विभाग में भी आंतरिक जांच तेज होगी, और भ्रष्टाचार व मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त कर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
ड्रग्स कारोबार पर लगाम लगाने के लिए बड़े कदम
राज्य सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं:
✔ ड्रग तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
✔ स्कूल-कॉलेजों के आसपास विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
✔ पुलिस विभाग के भीतर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि कोई अधिकारी या कर्मचारी ड्रग्स कारोबार में लिप्त न हो।
✔ ड्रग्स की सप्लाई चेन तोड़ने के लिए अंतरराज्यीय एजेंसियों के साथ समन्वय किया जाएगा।
राज्य सरकार की ऐतिहासिक पहल
महाराष्ट्र सरकार की यह सख्त नीति राज्य में ड्रग्स नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस के इस फैसले के बाद ड्रग्स कारोबार में लिप्त पुलिसकर्मियों और अपराधियों में हड़कंप मच गया है।
जनता की अपील – "ड्रग्स मुक्त महाराष्ट्र"
सरकार के इस फैसले का सामाजिक संगठनों और आम जनता ने स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए यह सख्त कदम बेहद जरूरी था।
महाराष्ट्र अब ड्रग्स मुक्त समाज की ओर कदम बढ़ा चुका है, और मुख्यमंत्री फडणवीस के इस निर्णय को एक निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।
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