उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर शहर के कोचिंग क्लासेस पर इनकम टैक्स विभाग का ध्यान आकर्षित हुआ है। जानकारी के अनुसार, इन संस्थानों में बड़ी फीस ली जाती है, लेकिन टैक्स भुगतान में गंभीर अनियमितताएं पाई जा रही हैं। ये कोचिंग सेंटर न केवल इनकम टैक्स और अन्य करों से बचने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि गरीब छात्रों को भी फीस में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जा रही है।
बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी का शक
कई कोचिंग संस्थान अपनी असली आय को छिपाने के लिए छात्रों की संख्या को कम दर्शा रहे हैं। वे सैकड़ों छात्रों को प्रवेश दिलवाते हैं और बड़ी रकम वसूलते हैं, जबकि अपनी टैक्स रिटर्न में बहुत कम छात्रों का उल्लेख करते हैं। यह एक संकेत है कि ये संस्थान संभवतः बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी में शामिल हो सकते हैं।
क्या हो सकती है कार्रवाई?
यदि कोचिंग क्लासेस पर टैक्स चोरी का आरोप साबित होता है, तो उन्हें भारी जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। दोषी पाए जाने पर इन संस्थानों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
शहर में शिक्षा के नाम पर हो रही इस वित्तीय धोखाधड़ी को लेकर स्थानीय लोग भी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इनकम टैक्स विभाग इस मामले में कब निर्णायक कदम उठाता है।
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